बालापार के 47 और किसानों ने दी जमीन बेचने की सहमति
47 किसानों ने सहमति के आधार पर भूमि विक्रय के लिए सहमति पत्र भरा
झाँसी: मुख्यमंत्री शहर विस्तारीकरण (नया शहर प्रोत्साहन योजना) अंतर्गत 6000 एकड़ की नया गोरखपुर परियोजना में बालापार के 47 किसानों ने सहमति के आधार पर भूमि विक्रय के लिए सहमति पत्र भरा.
गांव में हुई बैठक में किसानों ने सर्किल रेट (85 लाख प्रति हेक्टेयर) से गुना दर (3.40 करोड़ प्रति हेक्टेयर) पर भूमि विक्रय के लिए लिखित सहमति दी. वही, मानीराम और रहमत नगर के किसानों ने बैठक में प्राधिकरण के अधिकारियों को मौखिक सहमति प्रदान की. उधर, प्राधिकरण ने अनिवार्य अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है ताकि समझौते पर बात नहीं बने, तो अनिवार्य अधिग्रहण कर नया गोरखपुर के लिए जमीन ली जा सके.
जीडीए के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह के मुताबिक, बालापार में कुल 62.17 हेक्टेयर भूमि क्रय करने का लक्ष्य है. पूर्व में कुल 15 सहमति पत्र के जरिए 7.5 हेक्टेयर भूमि विक्रय करने की सहमति मिली चुकी थी. हुई बैठक में 47 और किसानों ने लिखित सहमति पत्र भरा. प्राधिकरण की ओर से प्रथम चरण में बालापार टिकरिया रोड पर गांवों (मानीराम, रहमत नगर, सोनबरसा और बालापार) में 158.377 हेक्टेयर जमीन ली जानी है. 3.40 करोड़ प्रति हेक्टेयर के आधार पर 539 करोड़ किसानों को विक्रय के रूप में मिलेंगे.
वहीं कुशीनगर रोड के तीन गांवों माड़ापार, कोनी, तकिया मेदनीपुर की कुल 251.819 हेक्टेयर जमीन के लिए अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार ने किसानों संग वार्ता कर रही है.
टिकरिया रोड पर और कुशीनगर रोड पर के तीन गांवों से 400 हेक्टेयर से अधिक भूमि समझौते के आधार पर लेने को किसानों से संवाद किया जा रहा है. बालापार के 62 किसानों ने सहमति पत्र भरा है. बालापार, मानीराम व रहमतनगर के कई किसानों ने मौखिक सहमति दे दी है. जल्द उनके सहमति पत्र भरे जाएंगे.
- आनंद वर्द्धन, उपाध्यक्ष, जीडीए