झोलाछाप के इलाज से 3 साल की बच्ची की हुई मौत

Update: 2024-04-13 18:16 GMT

हरदोई। झोलाछाप ने बुखार से तप रही एक तीन साल की बच्ची को दवा दी, दवा खाते ही उसकी हालत बिगड़ गई, घर‌वाले कुछ समझ पाते, उससे पहले ही उसकी सांसे थम गई। मामला हरियावां थाने के सीसीताली गांव का बताया गया है। एसएचओ हरियावां भावना भारद्वाज का इस बारे में कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, उसकी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।बताया गया है कि हरियावां थाने के सीसीताली निवासी अजयपाल की तीन वर्षीय पुत्री प्रीती को 10 दिनों से बुखार आ रहा था। शुक्रवार को‌ वह प्रीती को सिंचाई पुरवा तिराहे पर छंगा की दुकान में दवाखाना खोले पकंज यादव के पास ले गया।

पकंज ने दवा दी, अजयपाल का कहना है कि दोपहर को दवा खिलाते ही प्रीती की तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में उसे कौढ़ा ले गया, जहां उसे बताया गया कि अब कुछ नहीं हो सकता। अजयपाल अपनी इकलौती बेटी को सीने से लगाए-लगाए मेडिकल कालेज पहुंचा, वहां भी उसे वही जवाब दिया गया। उसके बाद उसने यूपी-112 पर कॉल की, इस पर वहां पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए जांच शुरु कर दी। उधर बच्ची की मौत की खबर सुनते ही पकंज यादव दवाखाना बंद कर भाग गया। बताते है कि अभी 10 दिन पहले ही उसने सिंचाई पुरवा तिराहे पर दवाखाना खोला था। प्रीती अजयपाल की इकलौती बेटी थी, उससे बड़ा 7 साल का बेटा ललित है। एसएचओ हरियावां भावना भारद्वाज का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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