वाराणसी, (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के वाराणसी में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2022 पर आयोजित दो दिवसीय स्वास्थ्य मंत्रियों का सम्मेलन रविवार को संपन्न हो गया है। यह सम्मेलन सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के समापन समारोह को संबोधित करने के साथ संपन्न हुआ। कॉन्क्लेव का आयोजन यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2022 के अवसर पर 'बिल्ड द वल्र्ड वी वांट : ए हेल्दी फ्यूचर फॉर ऑल' की थीम पर किया गया था। सीएम योदी ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने कोविड प्रबंधन और टीकाकरण के लिए दुनिया को एक मॉडल दिया है। जहां दुनिया भर में लोगों ने सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया तो वहीं भारत में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के 140 करोड़ लोगों ने कोविड-19 दिशानिर्देशों और नियमों का पालन उत्साहपूर्वक किया था।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ढांचे को तेजी के साथ मजबूत किया गया है। भारत ने गुणवत्तापूर्ण कोरोना वैक्सीन बनाई जिनकी प्रभावशीलता पूरी दुनिया में साबित हुई है। सीएम योगी ने आगे कहा कि हर 'हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर' में नियमित रूप से टेली-परामर्श के साथ-साथ दवाई भी उपलब्ध होगी। इसके लिए सभी एचडब्ल्यूसी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे। सीएम ने स्वास्थ्य को जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि दो दिनों का विचार-मंथन सत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में पुनर्विचार और सुधार को अतिरिक्त बढ़ावा देने में योगदान देगा। इन दो दिनों ने हमें नीतिगत सुधारों के माध्यम से एचडब्ल्यूसी को मजबूत करने के लिए विशाल ज्ञान के साथ समृद्ध किया है। उन्होंने यह भी कहा कि एचडब्ल्यूसी स्वास्थ्य और कल्याण के मंदिरों की तरह हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों और आशा कार्यकर्ताओं जैसे कार्यान्वयन स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों के काम की भी सराहना की है। सीएचओ बुनियादी लिंक है, जो अत्याधुनिक रूप से काम कर रहे हैं और जमीनी स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेना हैं। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, सिक्किम और तेलंगाना को लक्ष्य के विरुद्ध एचडब्ल्यूसी के संचालन को प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया।
उन्होंने एबी-एचडब्ल्यूसी में कल्याण गतिविधियों के लिए परिचालन दिशानिर्देश, राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम पर परिचालन दिशानिर्देश, अक्यूट सरल बीमारी के प्रबंधन पर सीएचओ के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल भी जारी किया और इस अवसर पर सशक्त पोर्टल लॉन्च किया। कॉन्क्लेव में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड के लगभग 900 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए।