Allahabad: महाकुम्भ के नाम पर फर्जी वेबसाइट पर एफआईआर दर्ज
मुख्य व्यवस्था अधिकारी ने साइबर क्राइम थाने में फर्जी वेबसाइट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई
इलाहाबाद: महाकुम्भ के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर साइबर ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में कई फर्जी वेबसाइट के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो चुका है. वहीं अब यूपीएसटीडीसी से जुड़ा मामला सामने आया है. यूपीएसटीडीसी के मुख्य व्यवस्था अधिकारी ने साइबर क्राइम थाने में फर्जी वेबसाइट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के मुख्य व्यवस्था अधिकारी डीपी सिंह की तहरीर के अनुसार विभाग के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बनाकर महाकुम्भ में आने वाले तीर्थ यात्रियों से साइबर ठगी की जा रही है. होटल व कॉटेज बुकिंग से लेकर संगम स्नान व वीआईपी व्यवस्था का प्रलोभन देकर नामक वेबसाइट पर लोगों को ठगा जा रहा है. उन्होंने तहरीर में फर्जी वेबसाइट से जुड़ी मोबाइल नंबर का भी जिक्र किया है. साथ ही साइबर क्राइम पुलिस से तत्काल फर्जी वेबसाइट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
इस संबंध में साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर फर्जी वेबसाइट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वेबसाइट को बंद करवाने के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जाएगा.
ई-रिक्शा चालकों को टोकन वितरित: ई-रिक्शा चालकों की मनमानी रोकने के लिए आरटीओ प्रशासन की ओर से सभी रूट निर्धारित करने के बाद अब टोकन व्यवस्था लागू की जा रही हैं. इसी क्रम में अभी तक 1500 सौ ई-रिक्शा चालकों को टोकन वितरित किया जा चुका है. प्रयागराज रेलवे जंक्शन के टेंपो टैक्सी स्टैंड पर करीब 20 ई-रिक्शा चालकों को टोकन बांटा. एआरटीओ रणवीर सिंह, यूनियन के उपाध्यक्ष रघुनाथ द्विवेदी, महामंत्री रमाकांत रावत रहे.