धार्मिक यात्राओं में ऐसी हरकत की तो होगी कड़ी कार्रवाई, भूलकर भी न करें ये गलतियां, सीएम योगी के सख्त तेवर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के महीने में धार्मिक यात्राओं और जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

Update: 2022-07-19 02:44 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के महीने में धार्मिक यात्राओं और जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जुलूसों में सिर्फ परंपरागत वाद्य यंत्रों को ही बजाने की अनुमति दें। उन्होंने सड़कों पर आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों को भी अनुमति न देने का निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों पर यातायात व्यवस्था सुगम रखने के लिए निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए। मुख्यमंत्री ने दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को उत्तेजित करने वाले शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कांवड़ियों के रात्रि विश्राम वाले स्थानों के आसपास कड़ी सुरक्षा और जनसुविधा के पर्याप्त इंतजाम करने को कहा है। उन्होंने पुलिस बल को पैदल गश्त करने और पीआरवी 112 को हमेशा सक्रिय रखने को भी कहा है।

मुख्यमंत्री ने यह निर्देश सोमवार को प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, एडीजी जोन, आईजी, डीएम, एसपी समेत सभी जिला स्तरीय प्रशासनिक, पुलिस और अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा के दौरान दिए हैं। आईजीआरएस पोर्टल व जनता दर्शन में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण, कांवड यात्रा और स्वतंत्रता सप्ताह के आयोजन के संबंध में की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस, जनता दर्शन और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निर्धारण के आधार थाना तहसील व जिला स्तर की रैंकिंग के अनुसार अधिकारियों को कार्यप्रणाली को बेहतर करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग दो वर्ष के बाद कांवड़ यात्रा आयोजित हो रही है। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्साहित होना स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग जलाभिषेक के लिए आएंगे। इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने सभी कांवड संघो का पंजीकरण कराने का निर्देश दिया है। अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब के डीएम और एसपी को खुद मौके पर पहुंचने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सेक्टर स्कीम लागू करके चौकसी का पुख्ता इतंजाम करें।
शरारतपूर्ण बयान देने वालों के साथ कड़ाई से पेश आने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। मुख्यमंत्री ने थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों से संवाद बनाए रखने पर जोर देते हुए मीडिया से भी सहयोग लेने को कहा है।
उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह हेल्थ पोस्ट और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित करने केसाथ ही प्राथमिक चिकित्सा और पेयजल आदि की व्यवस्था रखने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा केदौरान गाजियाबाद-हरिद्वार मार्ग सर्वाधिक व्यस्त रहता है और दूसरे राज्यों के श्रद्धालु भी आते हैं। इसलिए सीमावर्ती राज्यों से भी संवाद बनाए रखें।
आईजीआरएस पोर्टल और सीएम हेल्प लाइन के माध्यम से मिलने वाली शिकायतों के तय समय से निस्तारण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने जनहित से जुड़े तहसील और प्राधिकरणों के स्तर पर हर दिन एक घंटे जनसुनवाई की जाए। मुख्यमंत्री प्रत्येक कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखने और कार्यालय से बाहर जाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों का विवरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने फील्ड में तैनात अधिकारियों को तहसील व सर्किल दफ्तरों और बीएसए, सीएमओ व डीआईओएस को अपने अधीनस्थ दफ्तरों का औचक निरीक्षण करने को कहा है। उन्होंने जोन व रेंज स्तर के अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण के साथ ही रात्रि विश्राम करने पर जोर देते हए डीएम और कप्तान को महीने में कम से कम एक दिन तहसील व सर्किल में रात्रि विश्राम करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने डीएम और एसपी को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी निरतंर संवाद बनाये रखने और उनके पत्रों का त्वरित निस्तारण करने और उनका फोन रिसिव न कर पाने की स्थिति अनिवार्य रूप से कॉल बैक करने के भी निर्देश दिए हैं।
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