बालासोर ट्रेन हादसे के तीन दिन बाद तमिलनाडु में टली बड़ी रेल दुर्घटना
जानें आखिर क्या हुआ
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बालासोर ट्रेन हादसे के तीन दिन बाद तमिलनाडु में टली बड़ी रेल दुर्घटनादक्षिणी रेलवे के सीपीआरओ बी गुगनेशन ने बताया कि रविवार दोपहर 3.36 बजे शेनगोट्टाई रेलवे स्टेशन के कैरिज और वैगन कर्मचारियों ने चेन्नई एग्मोर एक्सप्रेस (16102) की बोगी संख्या एस-तीन में दरार देखा था।
दरार बोगी के नीचे और पहिए के ऊपर वाले हिस्से पर थी। कहा जा रहा है कि पूनालुर वन मंडल पार करते समय बोगी में दरार आ गई थी। कर्मचारियों ने तुरंत यह जानकारी अपने वरिष्ठों को दी। इसके बाद ट्रेन से डिफेक्डेट बोगी को निकाल दिया गया और मदुरै में एक नई बोगी लगा दी गई। इसके बाद ट्रेन शाम 4.40 बजे रवाना हो गई। शेनगोट्टाई रेलवे स्टेशन पर बोगी निकाली गई तो वहीं मदुरै में नई बोगी को ट्रेन में जोड़ा गया था। कर्मचारियों की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया। डिविजनल रीजनल मैनेजर ने कर्मचारियों की सतर्कता को सराहा है और उन्हें इसके लिए सम्मानित भी किया है।
ओडिशा के बालासोर के शुक्रवार को बहनागा बाजार में ट्रेन हादसा हो गया था। रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 275 हो गई है।
1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, इनमें से 793 को छुट्टी भी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ओडिशा पहुंचे। इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे और उन्होंने हालात का जायजा लिया।