डीएमके ने कहा- 'देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की खैर नहीं'
डीएमके संस्थापक एम करुणानिधि की 99वें जन्म जयंती से पहले पार्टी ने एक अहम मीटिंग की.
तमिलनाडु: डीएमके संस्थापक एम करुणानिधि की 99वें जन्म जयंती से पहले पार्टी ने एक अहम मीटिंग की. उस मीटिंग में फैसला लिया गया कि तीन जून से राज्य में द्राविडियन मॉडल वाले ट्रेनिंग कैंप लगाए जाएंगे. उन कैंप के जरिए पूरे राज्य में उन लोगों को ढूंढा जाएगा जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और राज्य के सौहार्द को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं.
एक संकल्प पत्र जो जारी किया गया है, उसके मुताबिक पार्टी का हर कार्यकर्ता अब एक जवान के रूप में जमीन पर काम करेगा. वो कार्यकर्ता हर कीमत पर राज्य को देश विरोधी गतिविधि में शामिल लोगों से बचाएगा. इसके अलावा अपने मुख्यमंत्री के साथ वो लगातार खड़ा रहेगा, उन्हें हर तरह का सहयोग देगा और पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम करेगा. पार्टी के संकल्प में पेरियर, अन्ना और करुणानिधि का जिक्र कर कहा गया है कि उनके सिद्धांतों की वजह से तमिलनाडु में सामाजिक सौहार्द बना हुआ है. लेकिन अब कुछ उपद्रवी तत्व राज्य का माहौल खराब करना चाहते हैं. ऐसे में डीएमके कार्यकर्ताओं को उन लोगों को ढूंढना है और अपने तमिलनाडु को हर कीमत पर बचाना है.
वैसे शनिवार को भी एम करुणानिधि की एक मूर्ति का अनावरण किया गया. उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उस मूर्ति का अनावरण किया. करुणानिधि की बात करें तो वे रिकॉर्ड पांच बार मुख्यमंत्री रहे और 1957 से 13 बार राज्य विधानसभा के लिए भी चुने गए थे. वे तमिलनाडु की राजनीति का एक बड़ा चेहरा रहे जिसके दम पर डीएमके ने कई बार तमिलनाडु की सत्ता संभाली. एक राजनेता होने के अलावा करुणानिधि मशहूर लेखक और स्क्रिप्ट राइटर भी रहे. समय-समय पर उन्होंने दोनों यूपीए और एनडीए की सरकारों को अपना समर्थन दिया था.Live TV