सूअरों की समस्या मिटे तो वार्ड वासियों को मिले राहत

Update: 2022-12-26 14:04 GMT

कोटा न्यूज़: कोटा नगर निगम दक्षिण के जिस वार्ड नम्बर 8 का प्रतिनिधित्व उपमहापौर पवन मीणा करते हैं उस वार्ड में विकास के भले ही कई काम हुए हो लेकिन वार्डवासी एक ऐसी समस्या से परेशान है जिसका समाधान अभी तक किसी के पास नहीं हैं। इस वार्ड के लोग सूअरों से इतने परेशान है कि लोग अपने छोटे बच्चों को अकेले घर के बाहर खेलने के लिए छोड़ने तक से घबराते हालात यहां तक बिगड़े हुए है कि सूअर लोगों के हाथ से सामान तक खींचकर ले जाते हैं। कई बार तो लोग घायल तक हुए हंै। नगर निगम दक्षिण के वार्ड संख्या 8 में विनोबाभावे नगर, धर्मपुरा रोड, ग्राम धर्मपुरा, ग्राम बंधा, रथकांकरा, नन्दगनी नगर, मुकुन्दरा विहार, गणेश नगर, बसंल स्कूल तथा आरोग्य नगर आदि इलाके आते हैं। इस वार्ड की आबादी करीब 7 हजार से अधिक हैं। इस वार्ड में कई ग्रामीण क्षेत्र भी हैं जहां के लोग सालों से नालियों और रोड की समस्या से परेशान थे लेकिन अब उनकी इस समस्या से उनको कुछ हद तक निजात मिलने लगी है। हां, बेशक वार्ड के कई क्षेत्रों में अब भी कई काम होने बाकी है फिर भी वार्डवासी वर्तमान पार्षद, उपमहापौर के अब तक के कार्यकाल को काफी हद तक ठीक बताते हैं।

उपमहापौर मीणा की माने तो उनके इस वार्ड में 3-4 करोड़ रूपये के विकास कार्य स्वीकृत किये गए हंै जिनमें से कई पूर्ण हो चुके हैं और कई होने बाकी है। कुछ समय पहले तक इस वार्ड के लोगों को छोटी नालियां, उधड़ी सड़के, रोड से उड़ती धूल तथा नालियों का ना होना आदि समस्याओं से जूझना पड़ रहा था लेकिन अब इन समस्याओं का काफी हद तक समाधान हो गया हैं। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो यहां पर फिलहाल नालियों की एक बड़ी समस्या है जिससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। क्षेत्र में सूअरों की समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि सूअरों को पकड़ने का ठेका जिस ठेकेदार को दिया जाता है, कुछ लोग उसके आदमियों से मारपीट करते हैं और समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। फिर भी वार्ड के लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि वार्ड में सड़कों का डामरीकरण, रोड लाइट, नालियोंं का निर्माण आदि काम हुए हैं लेकिन अब भी कई कार्यों को करवाये जाने की आवयकता हैं।

इनका कहना: वार्ड पार्षद हमारी सुनते ही नहीं। हमारे यहां आज तक नालियां नहीं बनी हैं। जो हमारी एक बड़ी समस्या है। इसके अलावा दिनभर सड़कों पर सूअर घूमते रहते हैं। बच्चों को बाहर छोड़ने से पहले भी कई बार सोचना पड़ता है। गंदी नालियों में सूअर लेटे रहते हैं और पूरे इलाके में गंदगी फैलाते रहते है। बीमारियों का डर लगा रहता है।

- दिनेश मालव, निवासी विनोबाभावे नगर ।

वार्ड की सबसे बड़ी समस्या सूअरों और गायों की थी। इनमें से गायों की समस्या तो कुछ हद तक काफी कम हो गई है लेकिन सूअरों की समस्या से आज तक कोई निजात नहीं दिला पाया है। इस पार्क क्षेत्र में बने पार्क में महावीर नगर आदि इलाकों के समान अगर जालियां लगा दी जाये तो ठीक हो। नाले को लोगों ने कचरापात्र बना दिया है जबकि निगम के टिपर वक्त पर आते हैं।

- विद्यासागर शर्मा, वार्डवासी।

वार्ड के कई इलाकों में लोग मूलभूत आवश्यकताओं के लिए तरस रहे थे, क्षेत्र में वो सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। वार्ड में कई स्थानों पर सीसी रोड बन चुके हैं जबकि कई स्थानों पर काम चल रहा है। क्षेत्र में सूअरों की समस्या का तकनीकी कारणों से समाधान नहीं हो पाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में नालियां बनवानी हैं। पहले तो यहां ऐसी सीसी रोड थी जो पैरो से ही खुद जाया करती थी।

- पवन मीणा, उपमहापौर, दक्षिण नगर निगम।

हमारी सबसे बड़ी समस्या सूअरों की जिससे छुटकारा मिले तो कुछ राहत मिले। करीब 14 साल बाद सीसी रोड बना है। हमारे यहां नालियां अक्सर भरी रहती हैं। वार्ड पार्षद कार्यकाल के समाप्त होने से पहले काम करवा रहे है, पहले करवाते तो ठीक होता। हमने कई बार विधायक मदन दिलावर को भी हमारी समस्याओं से अवगत करवाया है। क्षेत्र के खाली प्लॉटों में हमेशा पानी भरा रहता है।

- नन्दकिशोर, वार्डवासी।

वार्ड में सीसी रोड का काम चल रहा है। इसके बाद नालियों का काम चलना है। कुछ समय पहले तक वार्ड की सुध लेने वाला कोई नहीं था लेकिन अब वार्ड में विकास के कार्य होने लगे हैं। वार्ड की एक समस्या हमारे क्षेत्र में बना एक नाला है जिसमें पानी नहीं आता है लेकिन लोगों से इसे कचरे से भरा हुआ है। यूआईटी को इस बारे में पत्र भी लिख चुके हैं। यहां पर बने पार्क को लोगों ने पार्किंग स्थल बना दिया है। ठेकेदार का पार्क के रखरखाव में कोई ध्यान नहीं है।

- चेतन यादव, वार्डवासी।  

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