Update Rajasthan BSTC Pre DElEd Result 2024 : राजस्थान बीएसटीसी प्री.एल.एड परीक्षा (ajasthan BSTC Pre.El.Ed exam) का रिजल्ट जारी हो गया है। परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी predeledraj2024.in या result.predeledraj2024.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। जोधपुर के छगनलाल प्रजापति ने 600 में से 558 अंक प्राप्त कर परीक्षा में टॉप किया है। वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी, कोटा ने वेबसाइट पर प्री डी.एल.एड प्रवेश परीक्षा, 2024 का रिजल्ट चेक करने के लिए लिंक प्रकाशित कर दिया है। इससे पहले वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी ने कोटा परीक्षा की फाइनल आंसर-की जारी कर दी थी, अब रिजल्ट की बारी है। सभी विद्यार्थियों ने प्री डी.एल.एड आंसर-की में डिलीट किए गए प्रश्नों पर अंक प्राप्त किए हैं। अब बीएसटीसी रिजल्ट के बाद काउंसलिंग होगी। काउंसलिंग (counseling) में विद्यार्थियों द्वारा चुने गए विकल्पों के आधार पर शिक्षण संस्थानों में प्रवेश मिल सकेगा। अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के माध्यम से शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान/संस्थान आवंटित किए जाएंगे। बाहरी अभ्यर्थियों को प्रवेश क्षमता के अधिकतम 5 प्रतिशत पर मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। राजस्थान से बाहर के अभ्यर्थी सामान्य श्रेणी में गिने जाएंगे। राजस्थान बीएसटीसी प्री डीएलएड रिजल्ट डायरेक्ट लिंक
राजस्थान बीएसटीसी प्री डीएलएड रिजल्ट: ऐसे चेक कर सकते हैं राजस्थान बीएसटीसी रिजल्ट (Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Result: This is how you can check Rajasthan BSTC Result)
- सबसे पहले predeledraj2024.in पर जाएं।
- बीएसटीसी रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या पेरोल नंबर डालें। अन्य जरूरी डिटेल्स डालें।
- सबमिट करने पर आपका रिजल्ट और स्कोरकार्ड दिखाई देगा।
प्री डीएलएड परीक्षा वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी, कोटा (Vardhman Mahaveer Open University, Kota) द्वारा 30 जून को दोपहर 12:30 बजे से 3:30 बजे तक 33 जिलों के 1917 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 4.45 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। यह परीक्षा प्राथमिक शिक्षा शिक्षक बनने के लिए आवश्यक दो वर्षीय शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डीएलएड में प्रवेश के लिए ली जाती है।
इस बार एक बड़े बदलाव के साथ प्री डीएलएड परीक्षा (Pre D.El.Ed exam) के प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी में अलग-अलग छपे थे। अभ्यर्थी द्वारा चुने गए माध्यम अंग्रेजी या हिंदी में अलग-अलग प्रश्नपत्र जमा किए गए थे। माध्यम का चयन अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन के समय किया गया था।