अब तक 30 करोड़ बच्चों का हुआ ऑनलाइन यौन शोषण
एशिया में सबसे अधिक ऑनलाइन बाल शोषण
राजस्थान: डिजिटल और आभासी दुनिया में बच्चों का ऑनलाइन यौन शोषण एक छिपी हुई महामारी बनती जा रही है और बच्चों को इससे बचाना एक कठिन चुनौती साबित हो रही है। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के चाइल्डलाइट ग्लोबल चाइल्ड सेफ्टी इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन में पाया गया कि डिजिटल दुनिया में हर सेकंड एक बच्चे की यौन छवि सामने आती है और हर स्कूल, हर कक्षा और हर देश में बच्चे इसका शिकार हो रहे हैं। अध्ययन के अनुसार, पिछले 12 महीनों में दुनिया भर में 18 वर्ष से कम उम्र के 30 मिलियन से अधिक बच्चे ऑनलाइन यौन शोषण और दुर्व्यवहार का शिकार हुए। ऐसे मामलों में वैश्विक डेटा पहला अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका में ऐसी बाल यौन शोषण सामग्री की मेजबानी के सबसे ज्यादा मामले हैं।
उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप से भी ज्यादा मामले
रिपोर्ट के मुताबिक, एक हजार में से हर नौवां व्यक्ति इस अपराध में शामिल है. इसके अलावा, उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप यूनिसेफ के उन दो क्षेत्रों में से हैं जहां सीएसएएम बहुत अधिक है। अमेरिका में हर 9वां व्यक्ति इसमें हिस्सा लेता है. वहीं कुल सीएसएएम मामलों पर नजर डालें तो एशिया में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. शोध में दावा किया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में 11 में से एक पुरुष, ब्रिटेन में 7 प्रतिशत पुरुष और ऑस्ट्रेलिया में 7.5 प्रतिशत पुरुष किसी न किसी समय ऑनलाइन व्यवहार में शामिल होने की बात स्वीकार करते हैं जिसे बाल यौन शोषण कहा जा सकता है
एशिया में सबसे अधिक ऑनलाइन बाल शोषण
रिपोर्ट के मुताबिक, सीएसएएम के मामले एशिया में, खासकर दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में संख्यात्मक रूप से दर्ज किए गए। पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में, हर 10 में से एक बच्चे को ऑनलाइन यौन आग्रह का सामना करना पड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस संबंध में दक्षिण एशिया से संबंधित डेटा की उपलब्धता की भारी कमी है।
पूर्वी यूरोप में सबसे अवांछित तस्वीरें
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बच्चों की अवांछित यौन तस्वीरें और वीडियो देखना, साझा करना और प्राप्त करना पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया में सबसे अधिक प्रचलित है।
अफ़्रीका में मांग ज़्यादा है
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण अफ्रीका, पश्चिमी अफ्रीका और मध्य अफ्रीका में बच्चों को यौन निमंत्रण भेजने का चलन बहुत ज्यादा है. यहां इंटरनेट के कम प्रचलन को देखते हुए इस क्षेत्र में इतनी सारी गतिविधियां भविष्य के लिए एक चेतावनी है।
बच्चों का यौन उत्पीड़न
1- हर सेकंड बच्चों के साथ ऑनलाइन यौन शोषण का एक मामला
2- संयुक्त राज्य अमेरिका में हर नौवां व्यक्ति बच्चों का शोषण कर रहा है
3-8 वर्ष की आयु के बीच एक बच्चा अवांछित यौन छवियों के संपर्क में आता है
4- 12.5 प्रतिशत बच्चों को अवांछित यौन निमंत्रण मिलते हैं
5- 3.5 फीसदी बच्चों को यौन शोषण का सामना करना पड़ा
6- बच्चों के ऑनलाइन यौन शोषण के उदाहरण
7- अवांछित यौन तस्वीरें, वीडियो भेजना और साझा करना
8- सेक्सटार्शन - बच्चों की यौन छवियों के नाम पर जबरन वसूली
9- डीपफेकिंग के जरिए बच्चों की यौन छवियां बनाना
10- बच्चों के साथ ऑनलाइन यौन संचार