जोधपुर न्यूज़: स्कूल से बेटी को लेकर घर लौट रहे पिता-चाचा को टैंकर ने कुचल दिया। हादसे में दो की मौके पर ही माैत हो गई। चाचा ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। झकझोर देने वाला रहा कि दम तोड़ने तक पिता बेटी का हाथ पकड़े हुए था। घटना मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना इलाके में पाल बाइपास पर हुई। जानकारी के मुताबिक पाल गांव के खड़की निवासी जोराराम (30) अपने छोटे भाई अर्जुन (25) के साथ अपनी 10 साल की बेटी मनीषा को स्कूल लेने गया था। स्कूल की छुट्टी के बाद तीनों एक ही बाइक पर घर की तरफ लौट रहे थे। इसी दौरान पाल बाइपास पर सामने से आ रहे टैंकर ने जैसे ही टर्न लिया तो बाइक को टक्कर मार दी। बाइक टकराते ही तीनों टायर के नीचे आ गए। टैंकर उनके सीने, हाथ-पैर पर चढ़कर तरफ निकल गया। हादसे के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया।
कुचलते हुए निकला हादसा इतना दर्दनाक था कि टैंकर का टायर उसके सीने और हाथ-पैरों को कुचलते हुए निकल आया। पिता-पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आसपास के लोग लड़की के चाचा अर्जुन को अस्पताल ले गए। वहीं इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इसके बाद हादसे से परेशान लोगों ने बाइपास को जाम कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। लोगों को समझाइश देकर किसी तरह जाम खोला।
पिता सफाईकर्मी का काम करता है, मोड़ लेते समय हुआ हादसा: जोराराम एक सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता है। बेटी पाल गांव के रविनगर के एक निजी स्कूल में पढ़ रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तेल का टैंकर जैसलमेर रोड किनारे से आ रहा था। जोराराम बाड़मेर की ओर मुड़ रहे थे तभी पाल रोड की ओर मुड़े। मोड़ लेते समय बाइक टैंकर के पिछले टायर से टकरा गई और तीनों टायर नीचे गिर गए।
ट्रैफिक पर पुलिस का नियंत्रण नहीं, आए दिन हो रहे हादसे: प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नेशनल हाईवे की वजह से यहां लगातार ट्रैफिक का दबाव रहता है. इसके बाद भी यहां ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं है। शाम होते ही करीब आधा किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है। एनएचएआई की ओर से यहां पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। चौराहे के अभाव में यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं।