पूर्वजों द्वारा दिखाए गए सद्मार्ग पर चलने से ही संघ सुदृढ़, संगठित हो सकता है: Sadhvi Aishwarya Prabha
Bhilwara भीलवाड़ा। गुरु एक, सेवा अनेक की प्रेरणा से ओत-प्रोत, शीतलगच्छ परंपरा की श्राविकाओं ने गुरूणी यश कंवर म.सा. की सुशिष्या उपप्रवर्तिनी मैनाकंवर के आर्शीवाद से यश विहार में एक दिवसीय शीतल प्रोत्साहन महिला संगठन का महासती मनोहर कंवर, साध्वी पुष्पलता, साध्वी ज्योतिप्रभा और साध्वी ऐश्वर्य प्रभा के सानिध्य में कार्यक्रम हुआ। इसमें शहर की सैकड़ों महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सर्वसम्मति से प्रेमलता गांग, उमा आंचलिया, बलवीर देवी चौरड़िया, नीता बाबेल, पदमा बाबेल, सुशीला सिंघवी, रेखा नानेचा, ज्योति गांग, मंजू सिंघवी, मंजू डागा, और मैना बापना को मार्गदर्शिका नियुक्त किया गया। साथ ही शहर प्रत्येक कॉलोनी वाईज महिलाओं को संयोजक और सह-संयोजक के रूप में नियुक्त किया गया।
इस दौरान साध्वी ज्योतिप्रभा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ तभी प्रगतिशील बन सकता है जब हम गुरु-गुरुणी द्वारा बताए गए धार्मिक सिद्धांतों का पालन करते हुए समर्पण और सामूहिकता की भावना से कार्य करें। साध्वी ऐश्वर्य प्रभा ने कहा कि पूर्वजों द्वारा दिखाए गए सद्मार्ग पर चलने से ही संघ सुदृढ़ और संगठित हो सकता है। उन्होंने निस्वार्थ सेवा और नई पीढ़ी को संस्कारित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ महामंत्र नवकार और यश चालीसा के पाठ से हुआ। उपस्थित महिलाओं ने साधु-साध्वियों की सेवा, समाज कल्याण, और नई पीढ़ी को संस्कार प्रदान करने का सामूहिक संकल्प लिया। सुनिल चपलोत ने बताया की इस अवसर पर यश चौरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हिम्मतसिंह गांग, अहिंसा भवन के मार्गदर्शक अशोक पोखरना, हेमंत आंचलिया, भूपेंद्र पंगारिया, राजेंद्र सिंह मारू, और सत्येंद्र धूपिया ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में तरुणा मेहता और परी जैन का सहयोग रहा।