Dungarpur के भोगीलाल पण्ड्या राजकीय महाविद्यालय की बदलेगी सूरत नए आर्ट्स

Update: 2024-07-16 11:03 GMT
 Dungarpur डूंगरपुर : जिला मुख्यालय पर उच्च शिक्षा के केंद्र और जिले के सबसे बड़े राजकीय महाविद्यालय श्री भोगीलाल पण्ड्या राजकीय महाविद्यालय की सूरत जल्द बदलने वाली है। एसबीपी कॉलेज प्रशासन की ओर से कॉलेज भवन निर्माण और मरम्मत के लिए डीपीआर तैयार करवाकर संयुक्त निदेशक (आयोजना) आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, जयपुर भिजवाई गई है।
विधायक प्रत्याशी बंशीलाल कटारा के नेतृत्व में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने एसबीपी कॉलेज का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद श्री कटारा ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा से मिलकर और पत्र के माध्यम से भी कॉलेज की मरम्मत और अन्य आवश्यक संसाधनों और शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया था। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के डूंगरपुर प्रवास के दौरान भी इस ओर ध्यान दिलाया गया था। इस पर आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, जयपुर की ओर से कॉलेज के भवन की मरम्मत के लिए डीपीआर मांगी गई थी।
प्राचार्य ने बताया कि रूडसिको से डीपीआर तैयार करवाकर आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा, जयपुर भिजवाई गई है। इसमें नए आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स ब्लॉक, लाइब्रेरी, प्रशासनिक भवन पर लगभग 126 करोड़ की अनुमानित लागत बताई गई है। डीपीआर में साइंस ब्लॉक के लिए लगभग 21 करोड़, आर्ट्स ब्लॉक पर 38 करोड़, कॉमर्स ब्लॉक पर लगभग 10 करोड़, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक 10 करोड़, सेंट्रल लाइब्रेरी पर लगभग साढे़ 10 करोड़ और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर लगभग 31 करोड़ का खर्च होने का अनुमान है। इंफ्रास्ट्रक्चर में कैंटीन और कैफेटेरिया, ऑडिटोरियम, मेडिटेशन सेंटर, इनडोर स्टेडियम, रोड और गार्डन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ओपर एयर थिएटर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। विद्यायक प्रत्याशी बंशीलाल कटारा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के डूंगरपुर प्रवास के दौरान सभी जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए गए थे कि आमजन से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए निरीक्षण करें और कोई भी समस्या हो, तो उसको राज्य सरकार के संज्ञान में लाएं। इसी क्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ पिछले दिनों एसबीपी कॉलेज के निरीक्षण में सामने आया कि कॉलेज के कई कमरें जर्जर अवस्था में हैं। लेब व लाइब्रेरी भी खस्ताहाल है। हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता शिक्षा, जल, चिकित्सा, रोजगार है। छात्रों को सभी प्रकार की सुविधाएं दिलवाने के लिए पूर्ण प्रयास करेंगे।
प्राचार्य ने बताया कि श्री भोगीलाल पण्ड्या राजकीय महाविद्यालय की मरम्मत की मांग उठाई जाती रही है। एसबीपी कॉलेज में लगभग साढ़े सात हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। ज्यादातर क्लासरूम जर्जर हो चुके हैं। महाविद्यालय में व्याख्याताओं के 81 पद स्वीकृत हैं, वर्तमान में 16 स्थाई व्याख्याता और 9 संविदा पर कार्यरत हैं। वर्तमान में कई मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
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