दौसा सिद्धपीठ घाट मेहंदीपुर बालाजी धाम में मंगलवार सुबह स्वयंभू बाबा बालाजी महाराज की मंगला आरती के साथ 5 दिवसीय दशहरा मेला शुरू हो गया. मंदिर के महंत नरेशपुरी महाराज के मार्गदर्शन में पंडितों ने बालाजी का पंचामृत अभिषेक किया और सोने का चोला चढ़ाया, साथ ही बच्चों जैसी झांकी सजाकर छप्पनभोग लगाया. आरती के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े और मंदिर के बाहर सड़क खचाखच भरी नजर आई। आरती के बाद जैसे ही श्रद्धालु दर्शन के लिए रेलिंग में पहुंचे, मंदिर परिसर बालाजी महाराज के जयकारों से गूंज उठा। रेलिंग में काफी देर तक इंतजार करने के बाद श्रद्धालु गर्भगृह के सामने पहुंचे और स्वयंभू बाबा बालाजी महाराज, भैरव बाबा, प्रेतराज सरकार, सीताराम दरबार और समाधि वाले बाबा के दर्शन भी किए, साथ ही प्रार्थना भी की। एक प्रार्थना-सवामणि। भारी संख्या में पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस व गार्ड को काफी मशक्कत करनी पड़ी. श्रद्धालुओं को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए मंदिर परिसर में प्याऊ भी लगाए गए हैं.
बालाजी धाम में पांच दिवसीय दशहरा मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने भी कई इंतजाम किए हैं. सुरक्षा के लिए मंदिर परिसर में 3 दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अतिरिक्त यातायात कर्मियों को तैनात किया गया है. यातायात प्रभारी महेश फगना ने बताया कि बाजार में भीड़ के कारण चौपहिया वाहनों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है. साथ ही यात्री वाहनों को भी बाहर रोका जा रहा है ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू और सुगम बनी रहे।