करौली हिंसा के मुख्य आरोपियों की सम्पत्ति की जाएगी कुर्क, पुलिस ने कोर्ट में वारंट किया पेश
पुलिस ने कोर्ट में वारंट किया पेश
करौली. नव संवत्सर (2 अप्रैल 2022) के अवसर पर आयोजित बाइक रैली पर पथराव, चाकूबाजी,आगजनी, तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीमों का गठन कर गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं. पुलिस ने फरार चल रहे 4 आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की भी तैयारी शुरू कर दी है.आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने के लिए कोर्ट मे वारंट पेश किया (Karauli Violence Main Accused Property To Be attached) गया है. कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद जल्द ही आरोपियों की संपत्ति पर कुर्की करने की कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इंदौलिया ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष्य में निकाली जा रही बाइक रैली पर फूटाकोट चौराहे के पास हटवारा बाजार मे असमाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया था. पथराव में 42 से अधिक लोग घायल हो गए थे. असामाजिक तत्वों ने चाकू बाजी और आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया था. जिसके बाद पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए अब तक 31 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपियों पर पुलिस की नजरमामले में अभी भी मुख्य चार आरोपी (Karauli Violence Main Accused) फरार चल रहे हैं. जिनमें करौली नगर परिषद के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर, हिंदू सेना के प्रदेश अध्यक्ष साहब सिंह गुर्जर, पार्षद मतलूब अहमद और अन्ची फिलहाल फरार हैं. एसआईटी की टीम और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया है जो आरोपियों की तलाश कर रहे हैं. इधर पुलिस ने फरार चल रहे चार आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की भी कार्रवाई तेज कर दी है. इसके लिए पुलिस की ओर से संपत्ति कुर्क करने के लिए कोर्ट में वारंट पेश किया गया है. अदालत से वारंट जारी होने के बाद चारों आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी की जाएगी.
यह था पूरा मामला: आपको बता दें कि करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष्य में बाइक रैली निकाली जा रही थी. तभी फूटाकोट चौराहे के पास हटवारा बाजार में बाइक रैली पर पथराव की घटना हो गई थी. घटना से आक्रोशित लोगों ने कई दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिया था. पथराव में 42 से अधिक लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद 20 से अधिक लोगों ने करौली कोतवाली थाने में मामला भी दर्ज कराया है. पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले 31 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद करौली शहर मे 15 दिन तक कर्फ्यू लगाया गया था. इस दौरान इंटरनेट पर भी पाबंदी लगा दी गई थी.