पीएम मोदी पर ओवैसी ने साधा निशाना,बोले- लोकतंत्र में विश्वास खो चुके हैं, भारत में हो जाएंगे श्रीलंका जैसे हालात
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी लोकतंत्र में विश्वास खो चुके हैं। मुमकिन है कि एक दिन लोग श्रीलंका की तरह घर में घुस जाएं। ओवैसी ने रविवार को राजधानी जयपुर में टाॅक जर्नलिज्म के आखिरी सेशन में कहा कि बेरोजगारी से देश के युवाओं में असंतोष फैल रहा है। देश में तनाव और हिंसा का माहौल है। देश के वर्तमान हालातों को देखकर ऐसा लगता है कि भारत के हालात भी श्रीलंका जैसे हो जाएंगे। भारत में भी लोग प्रधानमंत्री के आवास पर उसी तरह घुस जाएंगे जैसे श्रीलंका के राष्ट्रपति के आवास में घुस गए थे। ओवैसी ने कहा कि हमारे देश में हिंदू-मुस्लिम राजनीती के कारण सिर्फ मुसलमानों को ही टारगेट किया जाता है। पैनल में भाकपा नेता डी.राजा और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी शामिल हुए।
जनता को लोकतंत्र में विश्वास नहीं रहा
करीब 4 बजे जयपुर पहुंचे ओवैसी 5 बजे टाॅ शो में शामिल हुए। ओवैसी ने कहा कि अब लोगों को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रहा। यह सबसे बड़ा नुकसान है। राजनीतिक दलों को इस बारे में गंभीरता से मंथन करना चाहिए। दलों को लोकतांत्रिक प्रणाली में सुधार लाना होगा। जनता अपनी मांगों के समाधान के लिए खुद ही सड़कों पर उतर रही है। ओवैसी ने अग्निपथ योजना का उदाहण किया। जिसमें योजना के विरोध में बिना राजनीतिक दलों के ही देश का युवा सड़क पर उतर आया। जयपुर पहुंचने पर मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि देश में कट्टरता कौन फैला रहा है। इसका जवाब अजित डोभाल को देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कहा था कि पीएफआई जैसे संगठन देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इस पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने कहा कि डोभाल को नामों का खुलासा करना चाहिए था।
देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए
एक सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि उन्हें इंद्रेश कुमार से देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। इंद्रेश कुमार को बताना चाहिए संघ की शाखाओं में शपथ संविधान की ली जाती है या फिर किसी और पर। जनता को बताना चाहिए कि उस शपथ में क्या पढ़ा जाता है। उदयपुर की घटना के लिए ओवैसी ने गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया। ओवैसी ने कहा कि कन्हैयालाल टेलर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
पार्टी कार्यकर्ताओं संग किया मंथन
उल्लेखनीय है कि ओवैसी पहले ही घोषणा कर चुके है कि उनकी पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का चुनाव लड़ेगी। ऐसे में ओवैसी का राजस्थान दौरा काफी अहम माना गया। क्योंकि राजस्थान में 11 से 12% मुस्लिम आबादी है। परंपरागत तौर कांग्रेस का वोट बैंक रहा है, लेकिन राजस्थान की सियासत में ओवैसी की एंट्री से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समीकरण बिगड़ सकते है। करीब दो महीने पहले ओवैसी ने राजस्थान का दौरा किया था। ओवैसी का दो महीने बाद राजस्थान आना साफ संकेत देता है कि वह पार्टी का संगठन खड़ा करेंगे।