अलवर न्यूज़: विजय नगर मैदान में चल रही शिव महापुराण कथा का मंगलवार को समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन भारी भीड़ उमड़ी। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि घर में गलत रास्ते से धन आएगा तो उसके साथ गलत शौक व संस्कार भी आएंगे। फिर घर में संस्कारों का विनाश होने लगता है।
घर में सुसंस्कार के लिए धन भी मेहनत से कमाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में कर्म करना चाहिए। कर्म मेहनत से करोगे तो फल अच्छा मिलेगा। गलत कर्म करोगे तो फिर परिणाम आप जानते हो। कपड़े बदलना आसान है पर कर्म को बदलना कठिन। कर्म को भगवान शिव ही बदल सकते हैं। कथा समापन के बाद शहर के सभी रास्तों पर भारी भीड़ नजर आए। कथा के बाद भंडार भी हुआ। जिसमें प्रसादी पाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी।
सुनाई बिंदुक और चंचुला की कहानी: शिव महापुराण में कथावाचक मिश्रा ने बिंदुक और चंचुला की कथा भी सुनाई। उन्होंने कहा कि बिंदुक व चंचुला का जीवन सामान्य था। इसके बाद बिंदुक ने जीवन में कमाई के लिए चोरी करना शुरू किया। अब गलत रास्ते से घर में धन आने लगा था। चंचुला जैसी रूपसी पत्नी के होते हुए भी बिंदुक दूसरी स्त्री के मोहजाल में फंस गया। उस दूसरी स्त्री ने बिंदुक से उसके लिए रानी का हार चुराकर लाने को कहा। वह चोरी करते पकड़ा गया। आखिर वह दूसरी स्त्री की बिंदुक के पतन का कारण बनी। इतना सब होने के बाद भी चंचुला ने उसके मोक्ष के लिए कार्य किए।