14 क्विंटल आटे की बनाई बाटियां, हजारों लोगों को एक साथ बैठाकर करवाया भोजन, आयोजन बना चर्चा का विषय

राजस्थान में बड़े धार्मिक आयोजन (Religious event) आये दिन होते रहते हैं. इन आयोजनों में हजारों की तादाद में लोग श्रद्धापूर्वक सहभागिता निभाते हैं.

Update: 2022-06-16 12:03 GMT

राजस्थान में बड़े धार्मिक आयोजन (Religious event) आये दिन होते रहते हैं. इन आयोजनों में हजारों की तादाद में लोग श्रद्धापूर्वक सहभागिता निभाते हैं. इन आयोजनों में से कई ऐसे होते हैं जो अपनी अलग खासियत के चलते चर्चा का विषय बन जाते हैं. ऐसा ही एक आयोजन हाल ही में कोटा संभाग के झालावाड़ जिले के बकानी इलाके में हुआ. बकानी क्षेत्र में आयोजित इस आयोजन में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिये 35 मन यानी 14 क्विंटल आटे की बाटियां (Flour baatis) बनाई गई. इसमें हजारों लोगों को एक साथ पंगत में बैठाकर भोजन करवाया गया. यह आयोजन भी चर्चा का विषय बना हुआ है.

जानकारी के अनुसार बकानी की थोबड़िया पंचायत के रामचंद्रपुरिया गांव में लोधा समाज की ओर से सत्यनारायण भगवान की कथा का आयोजन किया गया था. इसमें 2 दिनों तक आसपास के गांवों के हजारों लोगों ने कथा में भाग लिया. इस दौरान कथा को निर्बाध रूप से चलाने और इसमें शामिल होने आए किसी भी व्यक्ति को भोजन के लिये कहीं जाना न पड़े इसके लिए समाज के लोगों ने 35 मन आटे की बाटियां बनाई. फिर सभी को फेजवाइज सामूहिक रूप से भोजन कराया गया.
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200 से ज्यादा ग्रामीणों ने ही मिलकर आटा गूंथा
कथा में आसपास के गांव से पहुंचे हजारों लोगों ने कतारबद्व होकर पंगत में बैठकर दाल-बाटी का लुफ्त उठाया. वहीं सैंकड़ों ग्रामीणों ने हजारों लोगों के लिये दाल बाटी का भोजन तैयार कराने में अपनी सेवाएं दी. दाल बाटी का भोजन करवाने के लिए 35 मन यानी 1400 किलो आटा गूंथा गया. इससे 11 हजार से ज्यादा बाटियां बनाई गई. फिर हजारों लोगों को एक साथ पंगत में बिठाकर भोजन करवाया गया. हजारों लोगों को इस तरह से भोजन करवाने के लिए और इतनी बड़ी संख्या में बाटियां बनाने के लिए 200 से ज्यादा ग्रामीणों ने ही मिलकर आटा गूंथा. इसके साथ ही भोजन करने वाले श्रद्धालुओं को गरमागरम बाटियां खाने को मिले इसके भी समुचित प्रबंध किए गए थे.
प्रतापगढ़ में पिलाया गया था 1205 गायों को 11 क्विंटल आमरस
उल्लेखीय है कि हाल ही में राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य प्रतापगढ़ जिले में भी निर्जला एकादशी पर बड़ा आयोजन किया गया था. प्रतापगढ़ में जिला मुख्यालय पर स्थित श्री महावीर गोवर्धन गौशाला की 1205 गायों के लिये 11 क्विंटल आमों का आमरस बनाया गया था. यह आमरस एक खेळ (पानी पिलाने का स्थान) में डालकर गायों को पिलाया गया था. इससे पहले इस आयोजन में सहभागिता निभाने आये लोगों ने उस आमरस में अपनी श्रद्धानुसार ड्राईफूट्स डाले. यह आयोजन भी काफी चर्चित रहा था.


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