SDRF के बेड़े में शामिल 'लाइफबॉय कंट्रोल बोट', रिमोट कंट्रोल बोट बचाएगी जान
एसडीआरएफ की टीम
एसडीआरएफ की टीम ने बारिश के बाद जलजमाव और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए चंबल नदी में अभ्यास किया। इस बीच एसडीआरएफ के बेड़े में एक रिमोट बोट भी शामिल थी। लाइफबॉय कंट्रोल बोट के नाम पर करीब 30 किलो वजनी रिमोट से ऑपरेट किया जाता है। यह 200 मीटर के दायरे में पानी में फंसे लोगों की जान बचा सकता है। इस यू-सेफ में नाव के दोनों हिस्सों को पकड़ने की पकड़ है।
40 किमी की गति
झीलों, तालाबों या अन्य जल भराव वाले स्थानों में डूबने वाले लोगों को इस नाव से आसानी से बचाया जा सकता है। ऐसी जगहों पर जाने के लिए गोताखोरों को समय लगता है। लाइफबॉय के पास बैठा व्यक्ति रिमोट से काम करता है। यह नाव 40 किमी की रफ्तार से लक्ष्य तक पहुंच सकती है। इस नाव को एक साथ रखने से 4 लोगों को डूबने से बचाया जा सकता है। यह रिमोट बोट 2 लोगों को पानी से बाहर भी खींच सकती है। कोटा क्षेत्र में यह बॉट कारगर साबित होगा।
एसडीआरएफ की टीम ने आज चंबल की लहरों के बीच अभ्यास किया। और बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने का डेमो दिया। इस दौरान एसडीआरएफ कमांडेंट राजकुमार गुप्ता, सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत भी मौजूद रहे। और जवानों का हौसला बढ़ाया।