स्व. सुशीला माथुर का जीवन नारी शिक्षा को समर्पित था: Vandana Mathur

Update: 2024-12-17 15:50 GMT
Bhilwaraभीलवाड़ा। स्वतंत्रता सेनानी एवं महिला आश्रम संस्था की निर्वतमान अध्यक्षा स्व. सुशीला देवी माथुर की 14वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को संस्था के प्रबंधन पदाधिकारियों, स्टाफ सदस्यों, छात्राओं एवं गणमान्य जनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया गया। महिला आश्रम संस्था की सभी प्रवृत्तियों के विद्यार्थियों द्वारा प्रेरणा गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई। संस्था सचिव वन्दना माथुर ने श्रद्धाजंलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्व. सुशीला माथुर का जीवन नारी शिक्षा को समर्पित था। उन्हीं की प्रेरणा से महिला आश्रम संस्थान आज आगे बढ़ रहा हैं।
उन्होंने छात्राओं से कहा कि आप एक ऐतिहासिक और गौरवशाली विद्यालय में अध्ययन कर रही हैं जिसकी स्थापना 80 वर्ष पूर्व हुई थी। आपको अपने विद्यालय पर गर्व होना चाहिये। उन्होंने कहा कि स्व. सुशीला माथुर को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब उनके उच्च आदर्शों को हम अपने जीवन में अपनायें। संस्था की डायरेक्टर विभा माथुर ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए अपना लक्ष्य निर्धारित कर सफलता प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज महिला आश्रम विद्यालय से अध्ययन कर चुकी छात्राएं देशभर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी शीर्ष पदों पर कार्यरत हैं। छात्राओं को उनसे सीख लेकर निरन्तर आगे बढ़ते रहना चाहियें। इस दौरान महिला आश्रम संस्था की विभिन्न प्रवृत्तियों में शिक्षा, खेलकूद के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 70 प्रतिभाओं को प्रेरणा पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। शिवचरण माथुर विकास एवं सेवा संस्थान की ओर से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली तीन छात्राओं अनिता जाट, अनुमिता झा, काव्या काला को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर निरंजन राजस्थला एवं महिला आश्रम संस्था की सभी प्रवृत्तियों के प्रधान उपस्थित थे।
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