कोटा एबीवीपी ने दी कल आरटीयू बंद करने की चेतावनी, प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग
कोटा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) के एसोसिएट प्रोफेसर की कार्रवाई के खिलाफ छात्र शक्ति एकजुट हो गई है।
कोटा। कोटा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) के एसोसिएट प्रोफेसर की कार्रवाई के खिलाफ छात्र शक्ति एकजुट हो गई है। छात्रों ने एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार को बर्खास्त करने की मांग उठाई है. विभिन्न छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और गिरीश परमार का पुतला फूंका। ABVP ने गुरुवार को राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी को बंद करने की चेतावनी भी दी है. एबीवीपी के महानगर मंत्री मनीष सामरिया ने तो यहां तक कह दिया कि अगर प्रोफेसर गिरीश परमार गुरुवार को यूनिवर्सिटी में मिले तो उन्हें मुर्गे में तब्दील कर दिया जाएगा. एबीवीपी के पदाधिकारी आज दादाबाड़ी थाने पहुंचे। सीआई से मिले और मामले में जल्द कार्रवाई की मांग की। मनीष सामरिया ने कहा- ऐसा लगता है कि आरटीयू प्रशासन भी इस मामले में प्रोफेसर का साथ दे रहा है. एबीवीपी के सभी कार्यकर्ता कल राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में कुलपति व विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से मुलाकात करेंगे. उनसे पूछा जाएगा कि ऐसा क्यों हो रहा है।
हरीश राठौड़ के नेतृत्व में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। वीसी को ज्ञापन देकर प्रोफेसर को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने 24 घंटे में बर्खास्तगी नहीं होने पर विश्वविद्यालय में धरने पर बैठने की चेतावनी दी। एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार द्वारा छात्र से पास करने के बदले अस्मत मांगने का मामला सामने आने के बाद आज हाड़ौती संयुक्त छात्र संगठन ने आरटीयू के गेट पर प्रदर्शन किया. छात्रों ने आरटीयू प्रशासन व प्रोफेसर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रोफेसर गिरीश परमार का पुतला फूंका. इसके बाद संस्था ने कुलपति को ज्ञापन देकर उच्च स्तरीय समिति गठित कर निष्पक्ष जांच की मांग की तथा आरोपी प्रोफेसर गिरीश परमार को निलंबित करने की मांग की. जानकी देवी बजाज (जेडीबी) राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने छात्र संघ की अध्यक्ष अंजली मीणा के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। छात्राओं ने कहा कि अगर आरटीयू जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में इस तरह की घटनाएं होती हैं तो छात्राएं कहां सुरक्षित महसूस करेंगी।
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