Jalore: किसानों को मिलेगी 11 अंकों की यूनिक फार्मर आईडी, 5 फरवरी से

Update: 2025-01-31 12:44 GMT
Jalore जालोर  । जिले में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (एग्रीस्टैक) योजना के तहत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर 5 फरवरी से 31 मार्च तक अभियान चलाकर फार्मर रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिससे किसानों को अब 11 अंको की यूनिक फार्मर आईडी मिलेगी।
जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने बताया कि कृषि विभाग, भारत सरकार द्वारा संचालित एग्रीस्टैक योजना अन्तर्गत राज्य में फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जानी है। वर्तमान में राज्य के सीकर जिले में पायलट स्तर पर फार्मर रजिस्ट्री का कार्य शिविरों के माध्यम से सफलतापूर्वक किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा सम्पूर्ण राज्य में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य एक अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों के माध्यम से करने का निर्णय लिया गया है। इसी दिशा में 5 फरवरी से राज्य के सभी जिलों में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर फार्मर रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राजस्व व उपनिवेशन विभाग द्वारा भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि, कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से प्राप्त फॉर्मर आईडी की आवश्यकता के लिए जिले में शत-प्रतिशत फॉर्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिए कार्ययोजना बना कर क्रियान्वित करने के निर्देश प्रदान किये गए हैं।
शिविरों में फार्मर रजिस्ट्री सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हुए जन्म-मृत्यु के पंजीयन की कार्यवाही, लम्बित पट्टों के निस्तारण, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्ध घुमन्तू भूखण्ड व पट्टा आवंटन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनान्तर्गत वार्षिक सत्यापन, परिसम्पत्ति रजिस्टरों का संधारण करना आदि कार्य भी किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की एग्रीस्टैक योजना के तहत प्रत्येक किसान को 11 अंकों का एक यूनिक फार्मर आईडी नंबर मिलेगा इसको किसानों के आधार नंबर से लिंक किया जाएगा इस यूनिक आईडी नंबर के आधार पर किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिलेगा साथ ही यूनिक फार्मर आईडी नंबर नहीं होने पर पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल सकेगा।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की ओर से पारदर्शिता सुनिश्चित करने एवं किसानों को जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभांवित करवाने के लिए एग्रीस्टेक डिजिटल कल्चर इनिशिएटिव के तहत एग्रीस्टेक डिजिटल एग्रीकल्चर परियोजना शुरू की गई है। इसके तहत सभी राजस्व गांवों का डिजिटल मैप तैयार कराया गया है मोबाइल एप के माध्यम से जीआईएस आधारित रियल टाइम क्रॉप सर्वे कराया जा रहा है और अब इसके तहत प्रत्येक किसान का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा इस रजिस्ट्रेशन के बाद किसान को 11 अंकों का यूनिक नम्बर दिया जाएगा यह किसान की एक अलग पहचान होगी। इस फार्मर आई डी से किसान के समस्त कृषि भूखंड और हिस्से जुड़े रहेंगे इसे किसान के आधार से लिंक किया जाएगा। इसमें इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी कि अगर कोई किसान जमीन की खरीद एवं बेचान करता है, तो रिकॉर्ड अपने आप ही अपडेट हो जाए। इससे राज्य सरकार को किसानों, उनकी कृषि भूमि, फसल अपादन और संबंधित गतिविधियों पर रीयल-टाइम डेटा उपलब्ध होगा और सरकार बेहतर नीतियां बना सकेगी। यह विवरण दर्ज होगा फार्मर आईडी मेंः फार्मर आईडी में किसान का नाम, पिता का नाम उसके स्वामित्व वाले खेत का खसरा नंबर, मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज होगा। शिविरों में किसानों की जानकारी का व्यापक डेटाबेस तैयार करते हुए प्रत्येक किसान को विशिष्ट फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी। इससे किसानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सुगमता एवं पारदर्शिता आएगी
आधार कार्ड, जमाबंदी व आधार से लिंक मोबाईल नंबर की रहेगी अनिवार्यता
जिला कलक्टर ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के लिए ग्राम पंचायतों में 5 फरवरी से 31 मार्च तक शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में आधार कार्ड, जमाबंदी व आधार से लिंक मोबाईल नंबर आदि दस्तावेज के आधार पर किसानों को मौके पर 11 अंक की यूनिक आईडी जारी की जाएगी। इसके अलावा पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाओं का रजिस्ट्रेशन एवं फायदा इन शिविरों में मिलेगा। शिविरों में कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे
किसानों को यह मिलेगा फायदा
पीएम किसान सम्मान निधि की किश्त के साथ फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। खराबे की स्थिति में किसानों का चिन्हीकरण करना आसान होगा। इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों का स्वतः रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। किसानों को कल्याण की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए बार-बार सत्यापन या रजिस्ट्रेशन नहीं कराना पड़ेगा।
5 से 9 फरवरी तक इन ग्राम पंचायतों में होगा शिविरों का आयोजन
एग्रीस्टैक योजना के तहत जालोर जिले में 5 से 9 फरवरी तक बिशनगढ, बागरा, अगवरी, आईपुरा, वलदरा, बांकली, पांथेड़ी, बावतरा, रंगाला, बाली, कोरा, जेरण, पंसेरी, भरूड़ी, आजोदर, बड़गांव, दांता, अरणाय, आकोली व भाटकी ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन किया जायेगा।
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