दलित छात्र की शिक्षक से पिटाई की मौत पर जालौर बना सियासत का केंद्र, पायलट-डोटासरा ने संभाला मोर्चा
राजस्थान के जालौर जिले में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र मौत से प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान के जालौर जिले में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र मौत से प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। मौत का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर उठने के साथ ही गहलोत सरकार एक्टिव मोड पर आ गई है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने डैमेज कंट्रोल के लिए मोर्चा संभाल लिया है। दोनों नेता विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए जालौर जाएंगे। जालौर की घटना पर भाजपा के साथ-साथ दलित संगठनों ने भी गहलोत सरकार को निशाने पर ले लिया है। सोमवार को राजधानी जयपुर में दलित और आदिवासी संगठनों ने अंबेडकर की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया था। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन ने ट्वीट कर लिखा- जालौर जिले के सुराणा गांव में छात्र इंद्र कुमार के साथ शिक्षक द्वारा निर्ममता से की गई पिटाई से मासूम को प्राण गंवाने पड़े थे। मैं आज परिजनों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त करूंगा। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। डोटासरा ने ट्वीट कर लिखा- जातिवादी मानसिकता के शिकार हुए मासूम छात्र इंद्र मेघवाल के परिजनों सांत्वना देने के लिए जालौर जिले के सुराणा गांव पहुचेंगे। डोटासरा आज सुबह पाली से जालौर के लिए रवाना होंगे। हालांकि, दोनों नेताओं का अलग-अलग समय पर जाने का कार्यक्रम है।