Jaipur: देवनानी ने पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा के साथ क्रियान्विति के लिये ब्‍लू प्रिंट तैयार करें

Update: 2025-01-24 13:22 GMT
Jaipur जयपुर । राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी की पहल पर राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को राष्‍ट्रीय पर्यावरण विषय पर दो दिवसीय युवा संसद आरंभ हुई। श्री देवनानी ने देश के विभिन्‍न राज्‍यों के विभिन्‍न विश्‍वविद्यालयों से आये दो सौ से अधिक युवाओं के समक्ष दीप प्रज्‍ज्वलित कर राष्‍ट्रीय पर्यावरण विषय पर आयोजित युवा संसद का शुभारम्‍भ किया। विधान सभा अध्‍यक्ष श्री देवनानी ने युवाओं का आवहान किया कि सभी को मिल-जुल कर एक स्‍वस्‍थ, सुरक्षित और हरित भविष्‍य की दिशा में कदम बढाने होगें। इसके लिये देश का भविष्‍य और वर्तमान युवा को दृढ़ संकल्‍प के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रतिबद्व होकर कार्य करने होंगे। उन्‍होने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के लिये प्रत्‍येक व्‍यक्ति को अपना दायित्‍व समझना होगा और सजग रहकर पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्‍मेदारियों को भी निभाना होगा। तकनीकी ज्ञान के साथ पृथ्‍वी पर उपलब्‍ध पानी की हर बूंद के उपयोग का प्रयास करना होगा। श्री देवनानी ने युवाओं से कहा कि पर्यावरण संरक्षण पर राजस्‍थान विधान सभा के सदन में चर्चा के साथ क्रियान्विति के लिये ब्‍लू प्रिंट आवश्‍यक रूप से तैयार करें।
औद्योगिकीकरण एवं वैज्ञानिक नवाचारों के साथ जल,प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों से हमें प्रेम करना होगा-
विधान सभा अध्‍यक्ष श्री देवनानी ने शुक्रवार को विधान सभा सदन में राष्‍ट्र मंडल संसदीय संघ की राजस्‍थान शाखा के तत्‍वावधान में आयोजित राष्‍ट्रीय पर्यावरण विषय पर दो दिवसीय युवा संसद को संबोधित करते हुये कहा कि जल, प्रकृति और प्राकृतिक संसाधन हैं तो मानव जीवन है। पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो मानव और धरती का अस्त्तिव बना रहेगा। श्री देवनानी ने कहा कि औद्योगिकीकरण एवं वैज्ञानिक नवाचारों के साथ जल, प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों से हमें प्रेम करना होगा। इसी से हमारे स्‍वयं के साथ समाज व देश का सुव्‍यवस्थित विकास हो सकेगा। श्री देवनानी ने आकाशो-शांति, पृथ्‍वी-शांति, अंतरिक्ष-शांति और सभी जीव जगत की शांति के लिये प्रार्थना करते हुये कहा कि पर्यावरण विषय के इस युवा संसद का उद्देश्‍य पर्यावरण के प्रति चेतना बढ़ाना है साथ ही प्राकृतिक संसाधनों एवं पारिस्थितिकी तंत्र के प्रति भी जागरूकता और संवेदनशीलता के साथ हमें अपनी मानवीय जिम्‍मेदारियों पर समझ बढानी होगी।
भारतीय संस्‍कृति में पर्यावरण संरक्षण के वैज्ञानिक दृष्टिकोण—-
श्री देवनानी ने कहा कि पर्यावरण के प्रति भारतीय संस्‍कृति सदैव से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखती आयी है। भारतीय दर्शन में संतुलन और सद्भाव की अवधारणा के साथ पशुओं के प्रति अहिंसा और करूणा का भाव है। उन्‍होंने कहा कि प्राचीनकाल से ही भारतीय संस्‍कृति में जल और पेड़ों के संरक्षण के अनेक उपाय बताये जाते रहे है। सिंधु घाटी सभ्‍यता नदी किनारे विकसित हुई जिसने जल निकास व्‍यवस्‍था का सुंदर उदाहरण प्रस्‍तुत किया। राजस्‍थान में सार्वजनिक तालाब, खड़ीन, झालरा, कुँए,बावड़ी आदि अनेक जल संचयन की तकनीकी विधियां आज भी विद्यमान है, जिनसे मरूस्‍थल को भी जैव समृद्वता मिलती है।
राष्‍ट्र में चल रहे है पर्यावरण संरक्षण के अभियान से युवाओं को जुडने का किया आवहान-
श्री देवनानी ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सौर,पवन और जल ऊर्जा के विकल्‍पों को बढ़ावा देने के लिये देश में चलाये जा रहे जल सहेली, स्‍वच्‍छ भारत, एक पेड़ मॉं के नाम, टिकाऊ जल प्रबंधन जैसे अनेक अभियानों का जिक्र करते हुये कहा कि ऐसे प्रयासों से राष्‍ट्र सतत् विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्व है। उन्‍होने युवाओं को इन कार्यक्रमों से दृढ़ संकल्‍प के साथ जुड़ कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्‍मेदारियों को निष्‍ठा एवं ईमनादारी के साथ निर्वहन करने के लिये कहा।
नेशनल एन्‍वायरमेंट यूथ पार्लियामेंट का आयोजन ऐतिहासिक-
राष्‍ट्र मंडल संसदीय संघ की राजस्‍थान शाखा के सचिव श्री संदीप शर्मा ने कहा कि राजस्‍थान विधान सभा के सदन में नेशनल एन्‍वायरमेंट यूथ पार्लियामेंट का आयोजन ऐतिहासिक है। युवा शक्ति को लोकतंत्र से जोडने के लिये विधान सभा के पवित्र सदन में युवाओं को बैठने का गौरवशाली अवसर मिला है। युवा संसद का यह मंच पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्‍मेदारी को समझने के साथ हमारे विचारों, प्रयासों और संकल्‍पों का साझा माध्‍यम भी बनेगा। राष्‍ट्र मंडल संसदीय संघ की राजस्‍थान शाखा द्वारा विधान सभा अध्‍यक्ष श्री वासुदेव देवनानी के नेतृत्‍व में ऐसे नवप्रयोग किये जा रहे है। उन्‍होने कहा पर्यावरण संकट केवल एक देश का मुद्दा नहीं है बल्कि संपूर्ण मानवता का साझा दायित्‍व है। समाज की रीढ़ युवा शक्ति को इसके लिये तत्‍परता से बदलाव और प्रतिबद्वता के साथ सतत् भविष्‍य को सशक्‍त करने की जरूरत है।
'वायु एवं महाकुंभ- एक जादुई सांस्‍कृतिक यात्रा' का विमोचन-
समारोह में विधान सभा अध्‍यक्ष श्री वासुदेव देवनानी और राष्‍ट्र मंडल संसदीय संघ की राजस्‍थान शाखा के सचिव श्री संदीप शर्मा ने आदित्‍य खैवाल और लक्ष्‍य खैवाल द्वारा लिखित 'वायु एवं महाकुंभ-एक जादुई सांस्‍कृति यात्रा' पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्‍तक बच्‍चों और युवाओं को शिक्षाप्रद और मनोरंजक तरीके से महाकुंभ मेले के सांस्‍कृति महत्‍व को समझाते हुये पर्यावरण संरक्षण के महत्‍व को उजागर करती है। पुस्‍तक में कहानियों के माध्‍यम से प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के प्रबंधन को समझाया गया है।
समारोह को युवा विषयों के विशेषज्ञ श्री आशीष चौहान और समाजसेवी श्री राजेंद्र मीणा ने भी संबोधित किया। स्‍टूडेंट्स फॉर डवलपमेंट की राष्‍ट्रीय समन्‍वयक सुश्री पायल राय ने धन्‍यवाद ज्ञापित किया। समारोह में देश के विभिन्‍न राज्‍यों के विश्‍वविद्यालयों में अध्‍ययनरत युवा मौजूद रहें।
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