Jaipur: जिला प्रशासन के साथ निरंतर समन्वय, वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कीं : एसीएस चिकित्सा

Update: 2024-08-17 11:15 GMT
Jaipur जयपुर । कोलकाता रेजीडेंट प्रकरण के कारण चिकित्सकों के राष्ट्रव्यापी कार्य बहिष्कार को लेकर राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। प्रदेश के समस्त जिलों में शनिवार को राजकीय जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों सहित अन्य चिकित्सा संस्थानों में आईपीडी एवं आपातकालीन सेवाएं सुचारू रहीं। निजी अस्पतालों में भी आपातकालीन सेवाएं
उपलब्ध करवाई गईं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेशभर में चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं। हर स्थिति की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य बनाए रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही, अधिकारियों को हर स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक दिशा—निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि बहिष्कार को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला प्रशासन, पुलिस एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गए। शनिवार को प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रहीं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज से संबद्ध चिकित्सालयों में करीब 2600 चिकित्सक शिक्षकों, 500 चिकित्सा अधिकारियों, 9500 नर्सिंग कर्मियों एवं 650 जूनियर रेजिडेंट द्वारा सेवाएं दी गईं। इसी प्रकार सभी जिला अस्पतालों एवं अन्य चिकित्सा संस्थानों में आईपीडी एवं आपातकालीन सेवाएं संचालित की गईं। कुछ जिलों में ओपीडी सेवाएं भी संचालित हुईं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा—निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सकों एवं कार्मिकों के अवकाश निरस्त
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सम्पूर्ण प्रकरण की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में आईपीडी, आईसीयू, एनआईसीयू, पीआईसीयू व इमरजेंसी में स्टाफ को नियुक्त कर सभी सेवायें निर्बाध रूप से संचालित हैं। चिकित्सकों की रोटेशन से 24 घण्टे उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है। सभी चिकित्सक शिक्षकों एवं कार्मिकों के अवकाश तुरन्त प्रभाव से निरस्त कर दिये गये हैं, साथ ही सभी प्रधानाचार्यों एवं चिकित्सा अधीक्षकों को उनके अधीन चिकित्सक शिक्षकों एवं कार्मिकों को तुरन्त प्रभाव से कार्य पर उपस्थित होने हेतु निर्देशित किया गया है। रोगियों की सहायता एवं अन्य सेवाओं हेतु नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित हैं।
522 जूनियर रेजीडेंट के पदों हेतु कार्यवाही प्रक्रियाधीन
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री इकबाल खान ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 522 जूनियर रेजीडेंट के अतिरिक्त पदों की स्वीकृति हेतु कार्यवाही प्रकियाधीन है। संबंधित सीएमएचओ से भी समन्वय कर चिकित्सालयों में पर्याप्त संख्या में स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देश दिए गये हैं।
आवश्यकता होने पर अन्य विभागों से लेंगे चिकित्सकों की सेवाएं
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि सभी संभागीय आयुक्तों को आवश्यकता होने पर एयर फोर्स, आर्मी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ, रेलवे, एनटीपीसी, जिंक सहित अन्य विभागों से चिकित्सकों की सेवाएं लेने के लिए पत्र लिखा गया है। अस्पतालों में चिकित्सकों एवं कार्मिकों की सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से आरएमआरएस में उपलब्ध मद से सीसीटीवी कैमरा एवं सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
तीन सदस्यीय चिकित्सकों का दल उदयपुर भेजा
उदयपुर प्रकरण में स्कूली छात्र के उपचार के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल से तीन सदस्यीय चिकित्सकों के दल को प्राइवेट एयर क्राफ्ट से उदयपुर भेजा गया है। इस दल में सीटीवीएस की डॉ. अनुला सिसोदिया, न्यूरोलॉजी से डॉ. दीपक जैन एवं नेफ्रोलॉजी से डॉ. राकेश गुप्ता शामिल हैं। यह दल छात्र के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए है।
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