जीकेएस ने गुरुद्वारा में सिंचाई पानी चोरी पर हुई बैठक

आक्रोशित हुए किसान

Update: 2024-05-30 06:23 GMT

श्रीगंगानगर: श्रीगंगानगर गंगकैनाल में सिंचाई पानी चोरी का मामला बुधवार को गरमा गया. किसान संगठनों और प्रोजेक्ट चेयरमैन की बैठक के बाद अधिकारियों पर दबाव का नतीजा यह हुआ कि एक साथ 6 गश्ती दल का गठन किया गया है. ये गश्ती दल 30 मई की सुबह से गश्त शुरू करेंगे. उनके गश्ती वाहन सिंचाई एसई कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। इस संबंध में जिलाधिकारी लोकबंधु ने आदेश जारी कर दिये हैं. इससे पहले बुधवार दोपहर सिंचाई एसई समेत एडीएम विजिलेंस की मौजूदगी में किसानों की बैठक हुई। शिवपुर हेड से कोठा पुल तक एवं शिवपुर हेड से आरडी 13 लिंक चैनल तक बहने वाले नहर के पानी की समुचित निगरानी के लिए 6 गश्ती दल का गठन किया गया है। गष्टी दल में निगरानी के लिए सिंचाई खंड उत्तरी और दक्षिणी के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसई धीरज चावला ने बताया कि ये टीमें शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक और सुबह 5 बजे से सुबह 9 बजे तक गश्त करेंगी।

30 मई को एक्सईएन नॉर्थ डिवीजन और 31 मई को एक्सईएन साउथ डिवीजन अपनी टीम के साथ लगातार मॉनिटरिंग करेंगे। इसके बाद एक दिन छोड़कर अगले आदेश तक निगरानी जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि गश्ती दल उन्हें आवंटित क्षेत्र का दौरा करेंगे और यदि पानी चोरी पाया जाता है, तो वे इसकी वीडियोग्राफी करेंगे और संबंधित पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करेंगे। दोनों एक्सईएन अपनी टीम के साथ गश्त की निगरानी और जांच भी करेंगे। उन्होंने कहा कि पानी चोरी के मामले में राजस्व पटवारी की आवश्यकता होने पर जल संसाधन विभाग के संबंधित सहायक अभियंता उपखण्ड अधिकारी से सम्पर्क कर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही करेंगे। गठित गश्ती दलों के सदस्यों को 30 मई से कोई छुट्टी स्वीकृत नहीं की जायेगी. यदि कोई कर्मचारी छुट्टी पर है तो उसकी छुट्टी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी जाती है. इससे पहले बुधवार की दोपहर गुरुद्वारा सिंह सभा में ग्रामीण किसान मजदूर समिति के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत सिंह राजू की अध्यक्षता में किसानों की बैठक हुई. परियोजना अध्यक्ष गंगनहर हरविंदर सिंह गिल ने किसानों को 28 मई की रात पानी चोरी के सभी मामलों की जानकारी दी. पंजाब दौरे के दौरान आरडी-45 पर एसीडीपी से पानी की जांच के नतीजे और एस्केप में जा रहे पानी और गंगानगर में सुधार की जरूरत के बारे में जानकारी दी गई. जीकेएस के जिला प्रवक्ता हरजिंद्र सिंह मान ने कहा कि सिंचाई विभाग की ओर से पानी चोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से किसानों को खुद टीमें बनाकर गश्त करनी पड़ रही है।

उपस्थित किसानों ने एक स्वर से कहा कि सिंचाई विभाग को जल्द से जल्द पुलिस के साथ एक गश्ती दल का गठन करना चाहिए ताकि पानी चोरी पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाया जा सके. जीकेएस जिलाध्यक्ष रामकुमार सहारण को चाहिए कि पानी चोरी करते पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उनकी सजा रद्द करवाकर जुर्माना वसूला जाए। जीकेएस के प्रदेश सह संयोजक विक्रमजीत शेरगिल, जीकेएस पदमपुर ब्लॉक अध्यक्ष रिछपाल सिंह मकासर, जीजी नाहर चेयरमैन लब सिंह बराड़, रायसिंहनगर ब्लॉक अध्यक्ष कुलविंदर सिंह थिंद, जगतार सिंह सोनू, गुरदीप सिंह गिल, अर्शदीप, हैप्पी सिंह, सुख फिलोरियो, शीतल सिंह आदि। अधिकारीगण उपस्थित थे। एनपीए खातों का निपटारा बैंक स्तर पर करें, कोर्ट का डर दिखाना बंद करें बैंक: गुरुद्वारा सिंहसभा में हुई बैठक में किसानों की ओर से कहा गया कि बैंक अधिकारी डीएसटी कोर्ट का डर दिखाकर किसानों को डरा रहे हैं, जिसे बंद किया जाना चाहिए. किसानों ने एनपीए खातों का निस्तारण डीएसटी कोर्ट के बजाय बैंक स्तर पर करने की मांग की। जीकेएस के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सिंह राजू ने कहा कि कमजोर फसल और पूरा दाम नहीं मिलने के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति खराब है. इसलिए एनपीए खातों का निपटान सेटलमेंट के माध्यम से किया जाना चाहिए।

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