रीट परीक्षा के चलते जालोर में आज सुबह 6 बजे से 36 घंटे की नेटबंदी, भारी बारिश से अभ्यर्थी हुए परेशान

राजस्थान में आज से शुरू होने वाली रीट परीक्षा के लिए जालोर जिले में आज सुबह 6 बजे से 36 घंटे ब्रॉडबैंड सहित सभी तरह की इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है।

Update: 2022-07-23 03:00 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में आज से शुरू होने वाली रीट परीक्षा के लिए जालोर जिले में आज सुबह 6 बजे से 36 घंटे ब्रॉडबैंड सहित सभी तरह की इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है। जोधपुर संभागीय आयुक्त ने आदेश जारी कर दिए है। कैलाश चंद मीना के आदेश के अनुसा जालोर में शनिवार सुबह से 36 घंटे लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। जोधपुर संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा ने इसके आदेश जारी किए। राजस्थान में 23-24 जुलाई को होने वाली रीट भर्ती परीक्षा के लिए 33 जिलों में 1376 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में राजस्थान और अन्य राज्यों के 15 लाख 66 हजार 992 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। इन अभ्यर्थियों की सुविधाओं के लिए जहां एक ओर ट्रांसपोर्टेशन की निशुल्क व्यवस्था की गई है। प्रदेश में इन दिनों मानसून मेहरबान है। रूक- रूक हो रही बारिश से अभ्यर्थियों को परीक्षा सेंटर पहुंचने में परेशानी हो रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले अभ्यर्थियों को बारिश ने जमकर भिगोया है।

निशुल्क खाने की व्यवस्था नहीं
वहीं स्वायत्त शासन विभाग ने प्रदेश में संचालित सभी इंदिरा रसोई संचालकों को रीट अभ्यर्थियों के लिए रसोई को अतिरिक्त समय के लिए संचालित करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में ये रसोइयां सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक संचालित होंगी। हालांकि विभाग ने पिछली बार की तरह अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क खाने की व्यवस्था नहीं रखी है।
बारिश आने की वजह से कुछ व्यवस्था गड़बड़ाई
राजधानी में रीट की परीक्षा के लिए जयपुर में 3 लाख 50 हजार 713 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए हैं. जिनमें से 1 लाख 35 हजार 39 अभ्यर्थी दूसरे जिले और दूसरे राज्यों से जयपुर आएंगे। इस दौरान जो अभ्यर्थी पहले से आ चुके हैं, वे भी इंदिरा रसोई पहुंचे. खास करके रेलवे स्टेशन के पास स्थित इंदिरा रसोई पर तो एक ही दिन में रिकॉर्ड उपभोक्ता पहुंचे। रसोई संचालक ने बताया कि सुबह से 900 से ज्यादा लोग यहां पहुंचकर 8 रुपए में भोजन कर चुके हैं, अभी भी रोड तक लाइन लगी हुई है. बारिश आने की वजह से कुछ व्यवस्था जरूर गड़बड़ाई है, लेकिन फिर भी कोशिश की जा रही है कि सभी को बैठाकर भोजन कराया जा सके। इनमें 80% से ज्यादा रीट अभ्यर्थी हैं. वहीं इस रसोई पर लाइन में लगे दूसरे राज्यों से आए रीट अभ्यर्थियों ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि भले ही निशुल्क भोजन उपलब्ध न कराएं, लेकिन 8 रुपए भी बहुत कम दाम है, जो लगभग निशुल्क के ही समान है. हालांकि बीते साल 24 और 25 सितंबर को हुई रीट भर्ती परीक्षा में स्वायत्त शासन विभाग ने इंदिरा रसोइयों पर अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की थी. लेकिन इस बार इस व्यवस्था को निशुल्क न करते हुए टाइम लिमिट और थालियों की संख्या बढ़ाई है।
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