कुंदरा हिल्स टाइगर में बाघिन एमटी-4 की हुई मौत, पुनर्वास के प्रयासों को लगा झटका
कोटा: मुकुंदरा हिल्स टाइगर में बाघिन एमटी-4 की मौत हो गई। लाइटिनिंग की अचानक मौत से बाघों के पुनर्वास के प्रयासों को झटका लगा है। एकलौती बाघिन की संदिग्ध मौत से मुकुंदरा प्रशासन फिर से सवालों के कठघरे में आ चुका है। बाघिन एमटी-4 की तबीयत खराब चल रही थी। स्केट पास नहीं कर पाने की वजह से वह अत्यधिक दर्द में थी और पेट फुला हुआ था। एक मई को ट्रैंकुलाइज कर चिकित्सका टीम ने उसका इलाज किया था, लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ। 4 दिन बाद फिर से बाघिन को ट्रैंकुलाइज करना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि 4 दिन के अंतराल में 2 बार ट्रैंकुलाइजेशन का दर्द एमटी-4 नहीं झेल पाई और दुनिया को अलविदा कह गई।
मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के सीसीएफ एसपी सिंह ने बाघिन एमटी 4 की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एनटीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार डॉक्टरों की टीम ने एक मई को उसका इलाज किया था। 3 मई को वह फिर से अस्वस्थ नजर आई। डॉक्टरों की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इलाज का प्लान किया था। इसके लिए गुरूवार सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर बाघिन को ट्रेंकुलाइज किया। दोपहर करीब 1 बजकर 15 मिनट पर उसकी मौत हो गई।