प्रतापगढ। हरियाणा में राजस्थान पुलिस के एक सिपाही द्वारा नारनौल व आसपास के विभिन्न जिलों के युवकों से ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि सिपाही व उसके साथी ने मिलकर 18 युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ 27 लाख 48 हजार रुपये की रंगदारी वसूल ली. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी कांस्टेबल राजस्थान के प्रतापगढ़ में तैनात है। नारनौल के खेराना गांव के श्योकरण ने एसपी को दी शिकायत में बताया कि उनका बड़ा बेटा खेती का काम करता है और छोटा लड़का फौज में लगा हुआ है. जिला गुरुग्राम के गांव बावड़ा के रामकिशन ने 7 साल पहले अपने पास की जमीन लेकर खेती का काम शुरू किया था. उसने उसे खेती के लिए जमीन भी दी।
अक्टूबर 2022 में रामकिशन ने कहा कि आपका पोता जवान हो गया है, मैं उसे नौकरी लगवा सकता हूं। इस पर उसने अपने पोते अमित को नौकरी लगवाने के लिए कहा। फिर रामकिशन ने दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल नियुक्त करने के नाम पर 18 लाख मांगे। इस पर उसने उसे 9 लाख नगद व अन्य साधन दिए। इसके बाद उसने अपने पोते को राजस्थान पुलिस के एक एएसआई का नंबर दिया और बात करने को कहा। श्योकरण के मुताबिक पिछले साल 19 अक्टूबर को अनिल चौहान नाम का एएसआई उसके घर आया था। फिर उन्होंने कहा कि उन्हें अलग-अलग विभागों में नौकरी मिल सकती है। कई जगहों पर उनकी ख्याति है। उनके भरोसे में आकर उनके बेटे ने उन्हें कई परिचितों से मिलवाया। इसके बाद अनिल चौहान ने अपने 18 परिचितों के बच्चों को नौकरी दिलाने के नाम पर विभिन्न माध्यमों से एक करोड़ 27 लाख 48 हजार रुपये ले लिये.
इनमें उसने दिल्ली पुलिस व अन्य कई विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ज्यादातर लोगों से फोन पर पैसे मंगवाए या उनके खाते में पैसे डलवाए. जिसमें रेवाड़ी नारनौल, गुड़गांव, झज्जर समेत अन्य जिलों के लोग शामिल हैं। पुलिस को दी शिकायत में बताया गया कि झुंझुनू जिले के असलवास निवासी अनिल चौहान और उसकी पत्नी आनंद कंवर के खिलाफ राजस्थान के बुहाना थाने में गत फरवरी में मामला दर्ज किया गया था. जयपुर में भी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में पहले से ही मामले दर्ज हैं. शिकायत में बताया गया है कि आरोपी राजस्थान के प्रतापगढ़ में सिपाही के पद पर तैनात है.