केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के काफिले को रोकने की कोशिश, विरोध प्रदर्शन

दौसा सर्किट हाउस में आने पर ईआरसीपी संयुक्त मोर्चा ने काफिल के आगे आकर विरोध-प्रदर्शन करने का प्रयास किया

Update: 2023-08-23 08:46 GMT
दौसा। दौसा केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत के दौसा सर्किट हाउस में आने पर ईआरसीपी संयुक्त मोर्चा ने काफिल के आगे आकर विरोध-प्रदर्शन करने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें गाड़ी तक नहीं पहुंचने दिया। इस दौरान मोर्चा के पदाधिकारियों ने जमकर नारे लगाए तथा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग की। इसके बाद जब लौटने लगे तो उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया और ज्ञापन लिया। हालांकि केन्द्रीय मंत्री के तर्कों से प्रतिनिधिमंडल संतुष्ट नहीं हुआ और असंतुष्टि जताई।
ईआरसीपी संयुक्त मोर्चा की महिला प्रदेशाध्यक्ष राजेश्वरी मीना ने कहा कि वे लोग मंत्री से मिलकर राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने में केन्द्र सरकार द्वारा बरती जा रही उदासीनता को लेकर सवाल पूछना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उनको जबरन रोक लिया। केन्द्र सरकार इस मामले में पूरी तरह उदासीन बनी हुई है। इस दौरान विक्रम मीना, जवानसिंह मोहचा, पवन भजाक सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे। पुलिस को पहले ही भनक लग गई थी कि ईआरसीपी संयुक्त मोर्चा केन्द्रीय मंत्री का रास्ता रोक सकती है.
इसलिए पदाधिकारियों पर निगरानी रखना शुरू कर दिया था। इसके बावजूद पदाधिकारी गलियों में से दौड़ते-भागते सर्किट हाउस तक पहुंच गए। इस पर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। क्यूआरटी, डीएसटी सहित कई अधिकारी व थानों का जाप्ता मौके पर तैनात हो गया। जैसे ही मंत्री का काफिला आया तो मोर्चा पदाधिकारियों को पुलिस घेर लिया तथा गाड़ी तक नहीं पहुुंचने दिया। जब मंत्री अंदर चले गए तो पदाधिकारी गेट पर बैठ गए और धरना शुरू कर दिया। समझा-बुझाकर प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल को मंत्री से मिलाने पर राजी किया।
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