झालावाड़। झालावाड़ एसीबी टीम ने मंगलवार शाम को कार्रवाई करते हुए पिड़ावा नगर पालिका में कार्यरत दो कर्मचारियों को 40 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया. दोनों आरोपी मकान निर्माण की मंजूरी के मामले में काफी समय से रिश्वत की मांग कर रहे थे। इस पर एसीबी से शिकायत के बाद ट्रैप की कार्रवाई की गई.
हरिश्चंद्र कॉलोनी, झालरापाटन निवासी सोहनलाल यादव (62) पुत्र अमरलाल जाटव की शिकायत पर सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद एसीबी टीम ने उसे रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया। झालावाड़ एसीबी के एडिशनल एसपी भवानी शंकर मीना ने बताया कि नगर पालिका सर्किल पिड़ावा के कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदाकर्मी) जेईएन अर्जुन देव निवासी डूंगरगांव हाल निवासी जेईएन और उज्जवल तिवारी निवासी हेमदा हाल को भूमि शाखा के कमरा नंबर 6 से गिरफ्तार किया गया।
एडिशनल एसपी मीना ने बताया कि आरोपी जेईएन अर्जुन देव पाटीदार ने परिवादी से उसकी तीन दुकानों की दूसरी व तीसरी मंजिल की निर्माण स्वीकृति जारी करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, लेन-देन के संबंध में बातचीत के दौरान रिश्वत की रकम कंप्यूटर ऑपरेटर उज्जवल तिवारी को दे दी गई. (संविदा कर्मी) भूमि शाखा में पदस्थ है। ) आरोपी उज्जवल तिवारी ने कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदाकर्मी) से रिश्वत की रकम 40,000 रुपए नगर पालिका परिषद पिड़ावा में देने की बात कहकर ली। आरोपी उज्ज्वल तिवारी ने रिश्वत की रकम प्राप्त की और उसे अपनी मेज के बाईं ओर स्थित ऊपरी लोहे के रेक में कागज के ऊपर रख दिया, जहां से रिश्वत की रकम बरामद की गई। इसके बाद आरोपी अर्जुन देव पाटीदार के कहने पर अन्य आरोपी उज्ज्वल तिवारी कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदा कर्मी) ने निर्माण स्वीकृति जारी करने से संबंधित दस्तावेज शिकायतकर्ता को सौंप दिए।
परिवादी सोहनलाल यादव ने 14 जुलाई 2023 को अपने पिड़ावा नगरपालिका बोर्ड में अमरदीप पेट्रोलियम पम्प नामक पेट्रोल पम्प के पास स्थित तीन दुकानों की दूसरी व तीसरी मंजिल के निर्माण कार्य हेतु निर्माण स्वीकृति जारी करने हेतु पत्र दाखिल किया, लेकिन समय बीतने के बाद भी एक माह से अधिक समय हो गया, निर्माण स्वीकृति जारी करने संबंधी कार्य की फाइल पूरी होने के बाद भी जानबूझ कर रिश्वत की राशि नहीं देने पर निर्माण स्वीकृति जारी नहीं की गयी. इस पर ब्यूरो कार्यालय में 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि मांगने की शिकायत देने पर आरोपी अर्जुन देव पाटीदार जेईएन के खिलाफ ट्रैप की कार्रवाई की गई.