राजस्थान : बोरी के पर्दे से बना एक कमरा है, इसी की आड़ में हरियाणा के भिवानी में जलाकर मार दिए गए जुनैद की पत्नी साजिदा बैठी हैं। साजिदा की गोद में 6 महीने की बेटी है। वो उसे दूध पिला रही हैं, लेकिन उसकी आंखों में गुस्सा और दुख है।
वे कहती हैं- ‘सरकार हिंदुओं की होयो पड़ो है। हम कुछ ना लागरे मोदी के, मुसलमान कुछ न लागरे मोदी के? हम कुछ लगते तो कातिलों को पकड़ने पे जोर देते, महीना गुजर गया। मेरे बेकसूर आदमी को जैसे जिंदा जला दिया, वैसा ही मोनू मानेसर के साथ हो।’ बोलते-बोलते रोने लगती हैं, चुप हो जाती हैं।
मेरे सवाल पर गुस्से में बस इतना कहती हैं- इंसाफ चाहिए, कुछ न चाहिए। फांसी हो, कुछ न चाहिए। मेरा आदमी मारा गया, जलाया गया, फांसी की सजा चाहिए।’ परमीना चुप हो जाती हैं, रोती भी नहीं। पास बैठी महिला कहती है, इसकी दिमागी हालत ठीक नहीं। मेरे मन में सवाल आता है, पति की सिर्फ हड्डियां मिलें तो किसका दिमाग ठीक रहेगा?
28 जनवरी, 2023 को कार मैकेनिक वारिस को भी गो-तस्करी के आरोप में पीटा गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इससे करीब दो साल पहले 18 मई 2021 को नूंह के रहने वाले जिम ट्रेनर आसिफ की लिंचिंग का भी मामला सामने आया था। ये हत्याएं तो हुईं, लेकिन इनके पीछे बचे बूढ़े मां-बाप, बेवा बीवियों और अनाथ बच्चों का क्या हुआ, ये तलाशने मैं राजस्थान और हरियाणा पहुंची।
जुनैद-नासिर की हत्या को एक महीने से भी ज्यादा गुजर चुका है। मामले में 9 आरोपी हैं, लेकिन अब तक इनमें से सिर्फ एक रिंकू सैनी पकड़ा गया है। पुलिस के मुताबिक, बाकी की तलाश की जा रही है। जुनैद-नासिर के घरवाले लगातार गोरक्षा दल से जुड़े मोनू मानेसर पर आरोप लगा रहे हैं। शुरुआती FIR में उसका नाम था, लेकिन बाद में की गई FIR में उसका नाम शामिल नहीं किया गया है।