सेना भर्ती (अग्निपथ) 10 से 24 सितंबर 2022 तक आरएसी प्रशिक्षण केंद्र मीनापुरा, अलवर में आयोजित की जाएगी। इसमें अलवर, भरतपुर और धौलपुर के करीब 67 हजार 659 युवा शामिल होंगे। जिन्होंने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती में भाग लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। अकेले अलवर जिले से सर्वाधिक 34 हजार 310 युवाओं ने आवेदन किया है। जबकि भरतपुर से 24 हजार 645 और धौलपुर से 8 हजार 704 ने आवेदन किया है।
भर्ती की तैयारी पर बैठक
गुरुवार को अलवर कलेक्ट्रेट में कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें सेना भर्ती अधिकारी एनपी सिंह, यूआईटी सचिव डॉ. मंजू सिंह, एडीएम सिटी, एसपी तेजस्वनी गौतम समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. सभी ने भर्ती के लिए आवश्यक तैयारी करने पर चर्चा की। ताकि अलवर आने वाले हजारों युवा भर्ती दौड़ व अन्य आयोजनों में आसानी से भाग ले सकें।
अब मीनापुरा, पहले स्टेडियम में
इससे पहले सेना की ज्यादातर भर्तियां इंदिरा गांधी स्टेडियम में हो चुकी हैं। लेकिन, इस बार प्रशासन ने मीनापुरा आरएसी मैदान में एक साथ प्रवेश देने का फैसला किया है। ताकि शहर में यातायात प्रभावित न हो। भर्ती शहर के बाहर की जा सकती है।
कोरोना के बाद पहली भर्ती
करीब 3 साल बाद अलवर में सेना की भर्ती होगी। इससे पहले दो साल से भर्ती की तैयारी चल रही थी, लेकिन भर्ती नहीं हो सकी। अकेले अलवर शहर में ही हजारों की संख्या में लोग कई वर्षों से भर्ती की तैयारी कर रहे थे। अब उन्हें अग्निपथ के जरिए भर्ती होने का मौका मिलेगा। यह केंद्र सरकार की एक बड़ी योजना है। जिसमें अधिक संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। हालांकि शुरुआत में इस भर्ती का काफी विरोध हुआ था। इस योजना के तहत नए जवानों को सिर्फ 4 साल के लिए नौकरी मिलेगी। इसके बाद सेना की कसौटी पर खरे उतरने वाले जवानों को और मौके दिए जाएंगे।
कोरोना के चलते घटती भर्ती
दरअसल, कोरोना के चलते अलवर में सेना की भर्ती में कमी आई है. लेकिन अब सेना की ओर से तारीख का ऐलान कर दिया गया है. अलवर जिले में पहले 20 अप्रैल 2020 भर्ती की तिथि निर्धारित की गई थी। बाद में तारीख बढ़ाकर 31 मई कर दी गई। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर आई। तब से भर्ती का इंतजार है। इससे पहले कोरोना की पहली लहर के चलते भर्ती नहीं हो पाई थी। बाद में भर्ती की तैयारी 12 फरवरी 2022 से शुरू हुई। जिसके बाद 21 फरवरी से 18 मार्च के बीच एडमिशन लेने की बात कही गई। बाद में अग्निपथ योजना आई। अब अग्निपथ के तहत नई भर्तियां होंगी।