गर्मियों की छट्टियों में जरूर घूमें जाए पंजाब के ये 5 टूरिस्ट स्पाट, जानिए कहा कहा ?

बच्चों के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली है। इन दिनों अभिभावक बच्चों के साथ आसपास पंजाब के कुछ चुनिंदा टूरिस्ट स्पाट लेकर जा सकते हैं।

Update: 2022-05-13 10:51 GMT

बच्चों के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली है। इन दिनों अभिभावक बच्चों के साथ आसपास पंजाब के कुछ चुनिंदा टूरिस्ट स्पाट लेकर जा सकते हैं। इन स्थानों पर कुछ तो पहाड़ों की तलहटी में स्थित हैं। ऐसे में स्पाट विजिट के साथ गर्मी से भी राहत मिलेगी। बड़ी बात यह है कि इन स्थानों पर कम बजट में बड़ी आसानी से दो दिन में आना-जाना संभव है। तो आइए डालते हैं एक दृष्टि पंजाब के उन 5 स्थानों पर जो आपकी प्राथमिकता में होने चाहिए।

1. भाखड़ा नंगल डैम
भाखड़ा नंगल बांध का नाम हर कोई जानता है। यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसे सतलुज नदी पर बनाया गया है और इसकी ऊंचाई 226 फीट है। अगर पास में ही कहीं घूमने जाने की इच्छा है तो यह आदर्श स्थान है। नंगल डैम जालंधर से मात्र 100 किमी दूर स्थित है और नवांशहर के रास्ते बस से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। दुनिया के सबसे बड़े बांधों में शुमार नंगल बांध पर पिकनिक मनाने का आनंद ही कुछ और है। यहां से आप सुंदर शिवालिक पहाड़ियों को भी निहार सकते हैं। सतलुज पार्क, विरासत -ए - खालसा, शीतला देवी मंदिर, नंगल वेटलैंड भी आकर्षण का केंद्र हैं।
2. बठिंडा - झीलों का शहर
बठिंडा को झीलों का नगर भी कहते हैं। यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के अलावा थर्मल पावर प्लांट भी स्थित है। यहां का किला मुबारक पर्यटकों के आकर्ष का बड़ा केंद्र है। यह इतिहास की कुछ बड़े युद्धों का सक्षा रहा है। महमूद गजनी, मुहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान जुड़ी लड़ाइयों का यह केंद्र रहा है। बठिंडा में आप परिवार के साथ भ्रमण कर सकते हैं। जालंधर से बठिंडा करीब 160 किमी दूर है और यहां बस और ट्रेन से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
3. हरिके पत्तन वेटलैंड और बर्ड सैंक्चुअरी
तरनतारन जिले में स्थित यह वेटलैंड और बर्ड सैंक्चुअरी सतलुज और ब्यास के संगम पर बनी है। यदि आप पर्यावरण और पक्षी प्रेमी हैं यह जगह घूमने के लिए सबसे मुफीद रहेगी। हरीके पत्तन उत्तर भारत की सबसे बड़ी मानव निर्मित वेटलैंड है। यहां पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियों को देखा जा सकता है। हरीके पत्तन जालंधर से करीब 75 किमी दूर है और यहां के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध है


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