Punjab पंजाब: नाबालिग लड़की का मेडिकल करवाने आई पुलिस पार्टी पर गुस्साए लड़की के माता-पिता ने अपने साथियों के साथ मिलकर महिला पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया और उसकी वर्दी फाड़ दी। पुलिस ने तीनों के खिलाफ थाना 4 में मामला दर्ज कर लिया है। थाना 4 के एसएचओ हरदेव सिंह का कहना है कि तीनों आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। महिला पुलिस अधिकारी अमनदीप कौर और फिल्लौर थाने में तैनात पुलिस अधिकारी सुरिंदर कुमार ने बताया कि 28 जनवरी को एक ही स्कूल में पढ़ने वाले 9वीं कक्षा के नाबालिग लड़का और लड़की स्कूल से कहीं चले गए थे। परिवार की तरफ से शिकायत मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी और 2 दिन बाद दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया।
इस दौरान दोनों के बरामद होते ही लड़की के माता-पिता ने नाबालिग लड़के पर उन्हें अगवा करने का आरोप लगा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लड़के को बाल जेल भेज दिया, जबकि नाबालिग लड़की को जब माननीय अदालत में पेश कर उसके बयान दर्ज किए गए तो जज साहब की मौजूदगी में उसने लड़के पर अपहरण का आरोप नहीं लगाया और कहा कि वह अपने माता-पिता के घर नहीं जाना चाहती। जिस पर अदालत के आदेश के बाद लड़की को नारी निकेतन भेज दिया गया।
जब वे लड़की को मेडिकल चेकअप के लिए सिविल अस्पताल फिल्लौर ले गए तो लड़की ने डॉक्टरों की मौजूदगी में मेडिकल चेकअप करवाने से यह कहते हुए मना कर दिया कि जब उसके साथ कुछ गलत हुआ ही नहीं है तो वह मेडिकल चेकअप क्यों करवाए, जिस पर लड़की को नारी निकेतन में छोड़ दिया गया। महिला थानेदार अमनदीप कौर ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने अपनी नाबालिग बेटी का दोबारा मेडिकल चेकअप करवाने के लिए अदालत में याचिका दायर की थी। अदालत के आदेश पर वे लड़की को नारी निकेतन से मेडिकल चेकअप के लिए सिविल अस्पताल जालंधर लेकर आए थे।
उधर, नाबालिग लड़के के पिता ने कहा कि दोनों नाबालिग बच्चे एक ही स्कूल में साथ-साथ पढ़ते हैं। एक साल पहले लड़की के पिता ने अपने बेटे के खिलाफ बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था, जिसके बाद पुलिस ने 3 घंटे के अंदर दोनों बच्चों को बरामद कर लिया था और उसके बाद लड़की के माता-पिता ने उसे धमकाया था कि अगर वह अपनी बेटी को जेल जाने से बचाना चाहता है तो बदले में उसे 5 लाख रुपए दे।