Punjab: नशा तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी देनेवाला कांस्टेबल गिरफ्तार

Update: 2024-08-03 07:03 GMT
चंडीगढ़ Chandigarh: सेक्टर-17 थाने में तैनात कांस्टेबल बलविंदर को नशा तस्करी के केस में फंसाने की धमकी देकर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस पूरे मामले की मास्टरमाइंड बताई जा रही सेक्टर-68, मोहाली निवासी 52 वर्षीय हरिंदर कौर को भी गिरफ्तार किया है। थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को जिला अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड मांगा। अदालत ने उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
उधर, एसएसपी ने आरोपी कांस्टेबल बलविंदर को सस्पेंड कर दिया है। मोहाली के सेक्टर-68 स्थित दर्शन विहार निवासी 78 वर्षीय हरपाल सिंह चीमा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह यूएसए के ग्रीन होल्डर सीनियर सिटीजन हैं। वह 2 मई को भारत आए थे। हरिंदर कौर उनके साथ छह साल से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही है। 18 जुलाई को वह हरिंदर के साथ शॉपिंग करने सेक्टर-22 गए थे। उन्होंने अपनी कार किरण सिनेमा की पार्किंग में खड़ी की थी।
शॉपिंग करने के बाद वह महिला के साथ कार में बैठे थे। कांस्टेबल बलविंदर Civil Dressमें एक युवक के साथ आया और कहा कि वह गाड़ी की तलाशी लेगा। सिविल ड्रेस में मौजूद व्यक्ति गाड़ी की चेकिंग का वीडियो बनाने लगा। इस दौरान सीट के नीचे काले लिफाफे में एक पैकेट मिला, जिसमें से अफीम बरामद हुई। कांस्टेबल बलविंदर ने अफीम जब्त कर कहा कि वह एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर थाने ले जाएगा। प्रेमिका ने मदद के लिए जीजा को फोन किया। हरिंदर ने तुरंत मदद के लिए अपने किसी जानकार को फोन किया। थोड़ी देर बाद रिया नाम की लड़की और जीजा करण पहुंचे। दोनों ने कांस्टेबल से बात की।
इसके बाद कांस्टेबल किसी बड़े अधिकारी से फोन पर बात करने लगा। थोड़ी देर बाद उसने सात लाख रुपये मांगे, लेकिन सौदा तीन लाख रुपये में तय हुआ। हरिंदर ने एनआरआई एटीएम से 40 हजार निकालकर बलविंदर को दे दिए। बलविंदर ने यूएसए का सीनियर सिटीजन कार्ड और गाड़ी की आरसी रख ली और करण को यह कहकर जाने दिया कि अगले दिन थाने आकर दस्तावेज ले जाना और दो लाख साठ हजार रुपये दे देना। अगले दिन हरिंदर और वह मोहाली के एक पार्क में गए और रिया को 2.6 लाख रुपये दिए।
करन ने अगले दिन पासपोर्ट ले लिया, कहा कांस्टेबल को मिल गया है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि करन ने अगले दिन उसका पासपोर्ट ले लिया। उसने कहा कि Constableपासपोर्ट ले रहा है। हरिंदर अपने जीजा करन को पैसे देने की जिद पर अड़ी थी। उसने एनआरआई को बताया कि कांस्टेबल उसके जीजा को परेशान कर रहा है कि पैसे नहीं आए हैं। हरिंदर को शक हुआ और उसने एक रिश्तेदार को बताया। रिश्तेदार ने कहा कि वह मामले की शिकायत पुलिस से करेगा।
पुलिस लाइन से कांस्टेबल सिविल ड्रेस में ड्यूटी पर आया था।
पुलिस जांच में पता चला है कि घटना वाले दिन सीनियर कांस्टेबल कांस्टेबल बलविंदर के साथ सिविल ड्रेस में ड्यूटी पर था। सूत्रों से पता चला है कि बलविंदर ने 40 हजार में से पांच हजार रुपये दीपक को दिए थे। बलविंदर ने पूछताछ में यह बात बताई। चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी मामले में सीनियर कांस्टेबल दीपक की भूमिका की जांच कर रहे हैं।
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