Punjab पंजाब: यात्री से पांच रुपये अधिक वसूलने का मामला इतना बढ़ गया कि 100 बसों का चक्का जाम कर दिया गया। गुरुवार को चेकिंग स्टाफ अधिकारी ने पीआरटीसी चंडीगढ़ डिपो की बस के कंडक्टर पर तय किराए से पांच रुपये अधिक वसूलने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की। कंडक्टर ने अपने बचाव में दो गवाहों के साथ ही महिला यात्री की रिकॉर्डिंग भी पेश की। इसके बावजूद कार्रवाई रद्द नहीं की गई। पीआरटीसी चंडीगढ़ डिपो यूनियन के अध्यक्ष हरविंदर सिंह ने शुक्रवार सुबह 10 बजे डिपो की 100 बसों का चक्का जाम करने का एलान करते हुए धरना दिया। यूनियन के अध्यक्ष हरविंदर सिंह और कैशियर गुरप्रीत सिंह पिलखनी ने संयुक्त रूप से बताया कि कुछ दिन पहले चेकिंग इंस्पेक्टर ने कंडक्टर पर महिला यात्री से 110 रुपये की जगह 115 रुपये वसूलने का आरोप लगाया था।
कंडक्टर ने कहा कि उसके पास खुले पैसे नहीं हैं और वह बाकी पैसे दे देगा। कंडक्टर की बात सुने बिना चेकिंग स्टाफ ने कार्रवाई करते हुए उसे ड्यूटी से हटा दिया। कंडक्टर ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए बस के दो यात्रियों के साथ ही एक महिला यात्री की गवाही भी अपने पक्ष में लिखवा ली, लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी। पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन ने चंडीगढ़ पीआरटीसी डिपो की करीब 100 बसों को रोक दिया। इसके बाद पीआरटीसी ने पटियाला बस स्टैंड का गेट 2 घंटे के लिए बंद करने और पंजाब के अन्य 10 डिपो की कोई भी बस रूट पर न भेजने का फैसला लेकर अधिकारियों को सूचित किया।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के अंदर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे शनिवार को चंडीगढ़ पीआरटीसी डिपो के एमडी के घर का घेराव करने को मजबूर होंगे और इसके लिए पीआरटीसी प्रबंधन जिम्मेदार होगा। हजारों यात्रियों को हुई परेशानी इस विवाद के चलते शुक्रवार दोपहर बाद हजारों यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को सबसे ज्यादा परेशानी उन रूटों पर यात्रियों को देखने को मिली जो पीआरटीसी के स्पेशल रूट हैं और इन रूटों पर किसी भी प्राइवेट बस कंपनी का परमिट नहीं है।