मुख्यमंत्री के निर्देशों पर लोगों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए ज़रुरी कदम उठाए जाएँ : अनुराग वर्मा
चंडीगढ़: सड़क यातायात के दौरान राज्य निवासियों की जान की सुरक्षा को सबसे अधिक प्रमुखता देते हुये पंजाब के मुख्य सचिव श्री अनुराग वर्मा ने सड़क नियमों की सख्ती से पालना और इनको लागू करने के लिए आधुनिक यंत्रों के प्रयोग पर ज़ोर दिया है।
मुख्य सचिव श्री वर्मा ने आज यहाँ पंजाब सिवल सचिवालय में सड़क सुरक्षा पर बनी सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की समीक्षा मीटिंग करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा इस सम्बन्धित स्पष्ट हिदायतें हैं कि राज्य के लोगों की जान की सुरक्षा सबसे प्रमुख प्राथमिकता है और इसलिए सड़क नियमों की सख्ती से पालना सबसे ज़रूरी है। उन्होंने आज परिवहन और गृह विभाग के अधिकारियों को ज़मीनी स्तर पर नियमों की पालना के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले आधुनिक यंत्रों की तुरंत खरीद करने के लिए भी कहा।
मुख्य सचिव ने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाने, ओवर स्पीड, रेड लाइट का उल्लंघन, वाहन चलाते हुए मोबाइल का प्रयोग, बिना हेलमट और सीट बेल्ट से वाहन चलाना आदि उल्लंघनाएँ जिनका सीधा मानव जीवन से सम्बन्ध है, पर पूर्ण सख्ती से चैकिंग की जाये और इनके उल्लंघन के दोषियों को कानून मुताबिक सख़्त सज़ाएं दीं जाएँ। वाहन ज़ब्त करने और ड्राइविंग लायसेंस रद्द करने से भी गुरेज़ न किया जाये। मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क नियमों की पालना के लिए जुर्माने और सज़ाओं से भाईचारक सेवाओं को भी बढ़ावा दिया जा रहा है जिसके अंतर्गत उल्लंघन करने वालों से खूनदान, पौधे लगाने, स्कूली बच्चों को पढ़ाने की सेवाएं भी ली जा रही हैं।
श्री वर्मा ने आगे कहा कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों की सख्ती से चैकिंग यकीनी बनाने के लिए 800 एल्लकोमीटर की खरीद की जा रही है। इस सम्बन्धी पुलिस विभाग को तीन महीनों के अंदर यह प्रक्रिया मुकम्मल करने के लिए कहा है। इसी तरह मानव स्रोतों के सभ्य प्रयोग के लिए ई-चालानिंग मशीनों को उत्साहित करते हुये इनकी एक महीने के अंदर खरीद के लिए कहा गया है।
मीटिंग में सड़क सुरक्षा के बारे लींड एजेंसी के डायरैक्टर जनरल आर. वेंकट रत्नम्, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वी. पी. सिंह, प्रमुख सचिव वित्त ए. के. सिन्हा, सचिव गृह गुरकीरत कृपाल सिंह, सचिव लोक निर्माण प्रियांक भारती, सचिव स्कूल शिक्षा के. के. यादव, सचिव परिवहन दिलराज सिंह, ए. डी. जी. पी. (ट्रैफ़िक) ए. एस. राए, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिशनर मोनीश कुमार, डायरैक्टर मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान डा. अविनाश कुमार, ट्रैफ़िक सलाहकार डा. नवदीप असीजा के इलावा एन. एच. ए. आई के प्रतिनिधि और कमेटी मैंबर उपस्थित थे।