चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा नशों की बुराई को जड़ से उखाड़ने के लिए शुरु की नशों के विरुद्ध निर्णायक जंग को 14 महीने पूरे होने के साथ-साथ पंजाब पुलिस ने 5 जुलाई, 2022 से अब तक 2778 बड़ी मछलियों सहित 19093 नशा तस्करों को गिरफ़्तार किया है। पुलिपंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मानस ने कुल 14179 ऐफआईआरज़ दर्ज की हैं जिनमें से 1717 व्यापारिक मात्रा से सम्बन्धित हैं।
इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस (आईजीपी) हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल, जो सोमवार को यहाँ एक प्रैस कान्फ़्रेंस को संबोधन कर रहे थे, ने बताया कि पुलिस टीमों ने राज्य भर के नशा प्रभावित इलाकों में घेराबन्दी और तलाशी मुहिम चला कर और राज्य भर में संवेदनशील रूटों पर नाके लगा कर 1400.77 किलो हेरोइन बरामद की। पंजाब पुलिस की टीमों से तरफ से गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्री बंदरगाहों से 147. 5 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई, जिससे केवल 14 महीनों में हेरोइन की कुल प्रभावी रिकवरी 1548.27 किलो तक पहुँच गई है।
उन्होंने आगे कहा, “पुलिस टीमों ने अकेले अगस्त महीने में राज्य भर में से लगभग 240 किलो हेरोइन बरामद की है।“
आईजीपी ने बताया कि हेरोइन की बड़ी खेप बरामद करने के इलावा, पुलिस ने राज्य भर में से 871.82 किलो अफ़ीम, 446.30 क्विंटल भुक्की और 90.59 लाख गोलियां/ कैपसूल/ टीके/ फार्मा ओपीऔडज़ की शीशियाँ भी बरामद की हैं। पुलिस ने पिछले 14 महीनों के दौरान पकड़े गए नशा तस्करों के कब्ज़े में से 13. 96 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा निर्देशों अनुसार राज्य में से नशों का पूरी तरह सफाया करने के लिए डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डी. जी. पी.) पंजाब गौरव यादव के नेतृत्व में पंजाब पुलिस ने तीन-आयामी रणनीति लागू की है, जिसमें पुलिस की शमूलियत, जन संपर्क प्रोग्राम और नशों की माँग घटाने, जैसे तीन अहम पहलू शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि रणनीति लागू करने के हिस्से के अंतर्गत, सीपीज़/ ऐसऐसपीज़ को मुहल्लों और गाँवों में नशों की सप्लाई को रोकने के लिए गली-मुहल्लों और सप्लायरों के विरुद्ध बड़े स्तर पर आल- आउट आपरेशन शुरु करने के लिए कहा गया है। इस रणनीति के हिस्से के तौर पर, कुछ ग्राम हेरोइन या नशीले पाउडर के साथ पकड़े गए व्यक्तियों को पीड़ित माना जायेगा और उसको ऐनडीपीऐस एक्ट की धारा 64 ए के अंतर्गत गिरफ़्तारी से छूट देते हुये इलाज और पुनर्वास का विकल्प दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटीकल दवाओं की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जन संपर्क प्रोग्राम के बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि नशों के विरुद्ध ज़िला स्तरीय या पुलिस स्टेशन स्तर पर विशेष योजना होगी, जिसके अंतर्गत पुलिस टीमें सभी गाँवों और मुहल्लों में मीटिंगें करके लोगों को नशों के दुष्प्रभावों के बारे जागरूक करेंगी। उन्होंने बताया कि रैली, वर्कशॉप, सैमीनार, दौड़, साइकिल रैलियाँ आदि सहित जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने के लिए स्कूली बच्चों, कालेज के विद्यार्थियों और ग़ैर सरकारी संगठनों को शामिल किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि नशों की माँग को घटाने के लिए पुलिस की तरफ से ज़िला प्रशासन, सेहत विभाग, शिक्षा विभाग और खेल विभाग को शामिल किया जायेगा जिससे नशों का सेवन करने वालों की पहचान की जा सके और उनकी ऊर्जा को सही दिशा की तरफ मोड़ कर उनका पुनर्वास किया जा सके।
साप्ताहिक अपडेट देते हुए, आईजीपी ने बताया कि पिछले हफ्ते पुलिस ने 242 ऐफआईआरज़, जिनमें 27 व्यापारिक मामलों से सम्बन्धित हैं, दर्ज करके 333 नशा तस्करों/ सप्लायरों को गिरफ़्तार किया और उनके पास से 28.88-किलो हेरोइन, 3.17-किलो अफ़ीम, 6.36 क्विंटल भुक्की, 1.21 लाख गोलियां/ कैपसूल/ टीके/ फार्मा ओपीऔडज़ की शीशियों के इलावा 10.12 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की।
ज़िक्रयोग्य है कि पिछले हफ्ते ऐनडीपीऐस मामलों में 11 और पीओज़/ भगौड़ों की गिरफ़्तारी से 5 जुलाई, 2022 से पीओज़/ भगौड़ों को गिरफ़्तार करने के लिए चलाई विशेष मुहिम के अंतर्गत गिरफ़्तारियों की कुल संख्या अब 1062 तक पहुँच गई है।