ओड़िशा न्यूज: राष्ट्रीय बाल श्रमिक परियोजना स्कूल में अनियमितता

ओड़िशा न्यूज

Update: 2022-06-25 06:08 GMT
राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में राष्ट्रीय शिशु परियोजना स्कूल में भारी अनियमितता हो रही है। स्कूल में शिक्षक व छात्र नहीं हैं। इसके बावजूद कागज पर उपस्थिति दिखाकर वेतन व अन्य खर्च के एवज में राशि की निकासी हो रही है। स्कूल छोड़ने वाले 8 से 14 साल के असहाय व गरीब बच्चे जो गैरेज या होटल में काम कर रहे हैं। उनकी पहचान कर मुख्य धारा में शामिल करने की योजना पर एनजीओ के जरिए काम हो रहा है। इसके लिए सुंदरगढ़ जिले में 28 स्कूल खोले गए हैं। इनमें राउरकेला के रहमतनगर, गोपबंधुपल्ली, बंडामुंडा, सेक्टर-6, शीतलपाड़ा, बसंती कालोनी दुर्गापुर बस्ती, मालगोदाम बस्ती, जलदा के पास मुंडा बस्ती, नवकृष्ण नगर के नौ स्कूल शामिल हैं। 25 बच्चों की उपस्थिति दिखाई जा रही है पर वास्तव में यहां पांच से आठ बच्चे हैं। प्रत्येक केंद्र पर दो शिक्षक, एक किरानी व एक रसोइया समेत 112 कर्मी कार्यरत हैं। प्रत्येक केंद्र पर हर महीने 22 हजार ,700 रुपये खर्च होना दिखाया जा रहा है।
प्रत्येक केंद्र को चलाने के लिए भाड़ा में घर लेना है एवं इसके लिए हर महीने तीन हजार रुपये भाड़ा दिया जा रहा है। प्रत्येक केंद्र के लिए तीन कमरे वाले कमरे 80 वर्गफीट वाले होने चाहिए जिसमें कक्षा, कार्यालय एवं रसोईघर हो। घर मालिक से बगैर एग्रीमेंट के घर नहीं लिया जा सकता है। महानगर निगम क्षेत्र में एक शिक्षिका स्वच्छ साथी के रूप में काम करेगी जिसका समय सुबह 7 से 11 बजे रखा गया है पर वे बिल्कुल स्कूल नहीं आ रही हैं। दूसरी ओर कोई भी कर्मचारी पांच छह बच्चों को बैठाकर खानापूर्ति कर रहे हैं। शिक्षक को हर महीने सात हजार, क्लर्क को पांच हजार, रसोईया को 3 हजार 700 रुपये समेत 22 हजार 700 रुपये एक केंद्र पर खर्च हो रहा है। इसके अलावा बच्चों के मध्याह्न भोजन के लिए भी चावल मिल रहा है। बच्चे न होने के बावजूद कागज पर बच्चे दिखाकर इसकी भी हेराफेरी हो रही है।
कोट-
शिक्षा केंद्र एनजीओ के जरिए चलाए जा रहे हैं। तीन केंद्रों को विभिन्न कार्यालय कार्य के लिए जोड़ा गया है। राउरकेला नगर निगम क्षेत्र में दो स्थानों पर काम करने तथा बगैर काम किए फर्जी उपस्थिति दिखाकर वेतन लेने की जांच की जाएगी। गड़बड़ी होने पर जिलापाल व विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए।
- तपन कुमार प्रधान, प्रभारी जिला क्षेत्र अधिकारी, एनसीएलपीएसी।
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