मणिपुर के नोनी जिले में 12 और शव के बरामद होने से भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। सूत्रों के अनुसार शवों में 15 प्रादेशिक सेना के जवान और पांच नागरिकों की पहचान हुई है तथा 43 अन्य के लापता होने की सूचना है।
मणिपुर पुलिस, सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ द्वारा टुपुल में हुए भूस्खलन स्थान पर तलाश अभियान जारी है। 29 और 30 जून को हुए भूस्खलन में प्रादेशिक सेना का एक शिविर बह गया था। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने दूसरे दिन भी बचाव अभियान का निरीक्षण किया और राहत कार्य में शामिल सभी लोगों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इस मामले में चिंता करते हुए एनडीआरएफ जवानों को सहायता के लिए भेजने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उम्मीद जताई की लापता लोग अगले दो तीन दिन में मिल जायेंगे। उन्होंने कहा कि इससे लगभग 81 लोग प्रभावित हुए और 18 लोगों को बचाया गया।
वहीं मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन ने गुरुवार को नोनी जिले के तुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुए भूस्खलन में मरने वालों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। राज्यपाल ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पिछले एक सप्ताह से अधिक समय में राज्य में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन की दुखद खबर सुनकर उन्हें गहरा धक्का लगा है।