अजित पवार शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव पवार के बेटे हैं. अजित का जन्म 22 जुलाई 1959 को हुआ था. अजीत के पिता अनंतराव प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक वी. शांताराम के साथ काम करते थे और चाहते थे कि अजीत फिल्म उद्योग में अपना करियर बनाएं, लेकिन उन्होंने अपने चाचा शरद पवार का रास्ता चुना और उनका अनुसरण किया. उन्होंने वर्ष 1982 में राजनीति में प्रवेश किया और सहकारी चीनी फैक्ट्री के बोर्ड के लिए चुने गए. वह पुणे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी थे. इस बीच बारामती से लोकसभा सांसद भी चुने गए, बाद में उन्होंने शरद पवार के लिए सीट खाली कर दी.
7 बार रह चुके हैं विधायक (Who is Ajit Pawar)
अजित पवार की राजनीतिक कर्मभूमि बारामती है, जहां शरद पवार ने भी राजनीति सीखा. अजित पवार 1991 से अब तक यहां से 7 बार विधायक चुने गए हैं. साल 2010 में कांग्रेस-एनसीपी सरकार में अजित पवार पहली बार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बने. हालांकि एक घोटाले के चलते उन्हें सितंबर 2012 में इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन बाद में एनसीपी ने श्वेत पत्र जारी कर कहा था कि अजित पवार बेदाग हैं.
राज्य का सीएम बनने का रहा है सपना
महाराष्ट्र की राजनीति को करीब से जानने वालों के मुताबिक अजित पवार हमेशा से एक दिन राज्य का सीएम बनने का सपना देखते रहे हैं. 2009 के विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद, उन्होंने राज्य का डिप्टी सीएम बनने की अपनी महत्वाकांक्षा व्यक्त की. लेकिन उस वक्त ये पद छगन भुजबल को दे दिया गया. लेकिन दिसंबर 2010 में नाटकीय ढंग से उनकी इच्छा पूरी की गई और उन्हें पद सौंप दिया गया. सितंबर 2013 में उनका नाम सिंचाई घोटाले में आया और उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा. हालाँकि, उन्हें अपना पद 7 दिसंबर 2013 को वापस मिल गया.