बीच पर बन रही मुंबई कोस्टल रोड की टनल
मुंबई के पश्चिमी समुद्र किनारे बन रहे मुंबई कोस्टल रोड
मुंबई । मुंबई के पश्चिमी समुद्र किनारे बन रहे मुंबई कोस्टल रोड के पूरा होने में सबसे बड़ी बाधा थी सुरंग, जिसका काम मंगलवार का पूरा हो गया। मंगलवार को टीबीएम मशीन के माध्यम से इस सुरंग को भी खोद लिया गया है। खास बात ये है कि इस सुरंग को खोदने का काम जिस समय पूरा किया गया उस समय राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। इसे एक एतिहासिक क्षण बताया गया है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि जिस टीबीएम मशीन से इस सुरंग को खोदा गया है वो देश की सबसे बड़ी मशीन है।
इस कोस्टल रोड की खासियत ये है कि ये जमीन के अंदर भी है, समुद्र के किनारे के साथ भी है और समुद्र के ऊपर बने पुल से भी होकर जाता है। इस सड़क का तकरीबन 10 किलोमीटर का हिस्सा मरीन ड्राइव से लेकर वर्ली तक वो सुरंग का हिस्सा है। इस सुरंग के बनने के बाद अब मरीन ड्राइव से वर्ली की दूरी जो पहले आधे घंटे की थी वो अब महज सात से आठ मिनट का रह गया है। खास बात ये है कि इसके लिए कोई टोल टैक्स भी नहीं देना होगा।
देश के सबसे बड़े टीबीएम (सुरंग खोदने की मशीन) की मदद से खोदा गया सुरंग। ये देश के लिए एतिहासिक क्षण है। इस टीबीएम से पहले प्रियदर्शनी से मरीन ड्राइव तक सुरंग खोदी गई और मरीन ड्राइव से प्रियरदर्शनी तक के सुरंग का काम भी पूरा कर लिया गया है। इस रोड का काम इस साल के आखिर तक पूरा होने के बाद मरीन ड्राइव से वर्ली तक पहुंचने में महज आठ मिनट लगेंगे।