चार साथियों के साथ मिलकर महिला ने डिलीवरी वाले को लगाया चूना, पीड़ित ने दर्ज कराया धोखाधड़ी का केस
डिलीवरी वाले को लगाया चूना
एक महिला समेत पांच युवाओं ने एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी और उसके डिलीवरी कर्मचारी को चुना लगा दिया (Fraud With Delivery Boy). मामला पुणे के लश्कर थाना क्षेत्र का है. जहां पांच लोगों ने मिलकर डिलीवरी कर्मचारी को पार्सल बॉक्स से एक नया सेल फोन निकालकर साबुन से बदलकर (Mobile Exchanged With Soap) धोखा दिया. इस संबंध में हडपसर निवासी मेहंदी अलुरे (32) ने लश्कर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. शिकायत के बाद पुलिस (Pune Police) ने कहा कि एल्योर एक डिलीवरी बॉय के रूप में काम करता है और प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए पार्सल पहुंचाता है.
दरअसल आरोपी व्यक्तियों ने 25 जून को अलुरे को पुणे कैंप क्षेत्र में नया सेल फोन प्राप्त करने के लिए बुलाया, जिसे उन्होंने ऑनलाइन बुक किया था. लेकिन उन्होंने कथित तौर पर सेल फोन में कुछ तकनीकी समस्या होने का दावा करते हुए एल्योर के साथ झगड़ा किया. इसी दौरान आरोपित युवकों ने चालबाजी की और सेल फोन के डिब्बे में साबुन रखकर एल्योर को लौटा दिया और उन्होंने 43,019 रुपये का सेल फोन रख लियै. कुछ समय बाद, एल्योर ने पाया कि सेल फोन बॉक्स से गायब था और इसे साबुन से बदल दिया गया था. जिसके बाद डिलीवरी कर्मचारी को अपने साथ हुए धोखे का अहसास हुआ. पीड़ित ने फिर थाना लश्कर में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस को अपने साथ हुए धोखे की बात बताई.
डिलवरी कर्मचारी और कंपनी को धोखा देने के लिए केस दर्ज
पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों पर शिकायतकर्ता, एल्योर और कंपनी को कथित रूप से धोखा देने के लिए आईपीसी की धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है. मामले की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक हरीश शिलिमकर कर रहे हैं. इधर एक दूसरे मामले में पुणे पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुणे के अस्पतालों में जाकर अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के रिश्तेदारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन चुराने वाले एक उच्च शिक्षित युवक को पुलिस ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए आरोपी के पास से 5.25 लाख रुपये के सात लैपटॉप और 35 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.
युवक की कोरोना महामारी के दौरान नौकरी चली गई थी जिसके कारण उसने चोरी करना शुरू कर दिया था. आरोपी की पहचान भुकुम निवासी विकास संजय हगवाने के रूप में हुई. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आनंद भोइटे ने बताया था कि, शहर के एक अस्पताल से लैपटॉप चोरी हो गया था. पुलिस द्वारा की गई तकनीकी जांच में यह निष्कर्ष निकला कि, इस तरह के तीन मामलों में चोरी एक ही व्यक्ति ने की है.