गणतंत्र दिवस पर Sony SAB के कलाकारों ने किया हमारे देश के नायकों को सलाम

Update: 2025-01-23 12:04 GMT
Mumbai: गणतंत्र दिवस हर भारतीय के जीवन का महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। इस अवसर पर सोनी सब के कलाकार नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने वाले बहादुर सैनिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करने के लिए एक साथ आए हैं। भारत एकता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मना रहा है, ऐसे समय में जाने-माने कलाकारों - सुमित कौल, सुमित राघवन, पंकज बेरी, जयेश भरभाया, और सचिन पारीख- ने देश की सेवा करने वाले बहादुर नायकों के अथक प्रयासों को सलाम करने के लिए कुछ पल निकाले, जो अपने-अपने शो के माध्यम से चारों ओर मुस्कान और सकारात्मकता फैलाने के लिए जाने जाते हैं।
वागले की दुनिया-नई पीढ़ी नए किस्से में राजेश वागले की भूमिका निभाने वाले सुमित राघवन ने कहा, “जब मैं बड़ा हो रहा था, तब मुझे अनगिनत कहानियाँ सुनने को मिली कि किस तरह हमारे सैनिकों ने सीमा पर अकल्पनीय चुनौतियों का सामना किया। मौसम की चरम स्थिति और अप्रत्याशित खतरों से जूझते हुए कर्तव्य की अटूट भावना को बनाए रखा। आज जब हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, तो उनके बलिदानों को याद किए बिना नहीं रह सकते। उनके समर्पण की वजह से ही हम एक स्वतंत्र, शांतिपूर्ण देश में रह रहे हैं। हर दिन वे मुझे प्रेरित करते हैं, मुझे याद दिलाते हैं कि सच्चा साहस अक्सर शांत क्षणों में आता है और वह सुर्खियों से दूर ही होता है। हमारे देश के मूक योद्धा होने के लिए हमारे सैनिकों को धन्यवाद। जय हिंद!”
तेनाली रामा में गिरगिट की भूमिका निभाने वाले सुमित कौल ने कहा, “मैंने एक बार एक सेवानिवृत्त सैनिक से एक कहानी सुनी थी, जो सियाचिन ग्लेशियर में सेवा के दौरान की थी। उसने बताया कि किस तरह भयंकर ठंड और एकांत के माहौल में जीवन कैसे जीते हैं। इन चरम स्थितियों में भी वह किस तरह आगे बढ़ता रहा, क्योंकि वह जानता था कि राष्ट्र की रक्षा ही उसका कर्तव्य है। हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं तो मैं उन सभी के बारे में सोच रहा हूं जिन्हें वह पहचान नहीं मिली, जिसके वे हकदार हैं। जो दिन-रात ईमानदारी और वीरता के साथ सेवा करते रहते हैं। वे गुमनाम नायक हैं, जो न केवल हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं, बल्कि हमारे संविधान की सच्ची भावना की भी रक्षा करते हैं। हम उनके हर काम के लिए ऋणी हैं। जय हिंद!”
पुष्पा इम्पॉसिबल में दिलीप पटेल की भूमिका निभाने वाले जयेश भरभाया ने कहा - "इस गणतंत्र दिवस पर मैं अपने एक पुराने पारिवारिक मित्र के बारे में सोच रहा हूं जो एक युद्ध में भाग ले चुके हैं। उन्होंने एक बार मुझसे कहा था: 'जब आप युद्ध के मैदान में होते हैं, तो आपको एहसास होता है कि जीवन में अपने साथी सैनिकों की सुरक्षा और अपने देश के प्रति प्रेम से बढ़कर कुछ भी मायने नहीं रखता।' यह उनका अनकहा सौहार्द, खुद से बड़ी किसी चीज़ के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता है, जो उन्हें हमारे राष्ट्र का सच्चा स्तंभ बनाती है। हम आज गणतंत्र दिवस मना रहे हैं तो मैं उन लोगों को याद कर रहा हूँ जो डटे रहे, प्रतिकूलताओं का सामना किया और अंतिम बलिदान दिया। उनका साहस और जुझारूपन ही भारत को वास्तव में मजबूत बनाता है। जय हिंद!"
पुष्पा इम्पॉसिबल में मनीष पारेख की भूमिका निभाने वाले सचिन पारिख ने कहा- "मुझे एक बार एक सैनिक से बातचीत का सम्मान मिला। उन्होंने हमारी सीमा के सबसे ठंडे, सबसे दुर्गम क्षेत्रों में कई वर्ष बिताए थे। उन्होंने मुझे बताया कि कैसे वे घर पर पत्र लिखते थे, लेकिन एक बार भी उन्होंने कठोर परिस्थितियों के बारे में शिकायत नहीं की। उनका कर्तव्य बोध अटल था। इस गणतंत्र दिवस पर मैं उनके और उन सभी सैनिकों के बारे में सोचता हूँ जो अपने परिवारों से दूर निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। उनके बलिदान से यह सुनिश्चित होता है कि हम नागरिक शांति और सद्भाव में रहना जारी रखें। उनकी शांत शक्ति हमें हमेशा याद दिलाती है कि सच्ची देशभक्ति क्या होती है। जय हिंद!”
तेनाली रामा में तथाचार्य की भूमिका निभाने वाले पंकज बेरी ने कहा, “आज हम अपने बहादुर सैनिकों के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करते हैं जो दिन-रात सीमा पर खड़े होकर हमारे देश और उसके मूल्यों की रक्षा करते हैं। आपका समर्पण और निस्वार्थता हमारी स्वतंत्रता की नींव है, और हम आपके देश के प्रति आपकी अपार सेवा के लिए आपको धन्यवाद देते हैं। मैं आप सभी को सलाम करता हूँ। जय हिंद!”
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