नवाब मलिक ने कहा, आर्यन खान को पकड़ कर ले जाने वाले जेल की सलाखों के पीछे हैं, इसीलिए कल मैंने लिखा था कि पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त. जमानत लेने का अधिकार सबसे पास होता है जब तक कि कोई गुनाह साबित नहीं हो जाता. बिना किसी गुनाह के किसी को भी जेल में रखना नाइंसाफी है. स्पेशल कोर्ट ने जिस आधार पर दो लोगों को जमानत दी है उसे देखने से लगता है कि किला कोर्ट को ही जमानत दे देनी चाहिए थी लेकिन एनसीबी अलग-अलग दलीलें हर बार पेश करने का काम कर रही थी.
एनसीबी की एक ही मंशा रहती है कि किस तरह से केस को उलझाया जाए और झूठ के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जेल के पीछे पहुंचाया जाए. समीर वानखेड़े के आने के बाद एनसीबी में इस तरह के केस ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. अगर इस पूरे केस को सही तरीके से लड़ा जाएगा तो मुझे पूरी उम्मीद है कि पूरा मामला ही निरस्त कर दिया जाएगा.
नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े मीडिया के सामने कह रहे हैं कि उनके परिवार के लोगों को इसमें घसीटा जा रहा है. उनकी मरी हुई मां का नाम घसीटा जा रहा है. मैं समीर वानखेड़े को बता देना चाहता हूं कि मैंने कभी भी उनकी माता श्री का नाम नहीं लिया है और ना कभी सार्वजनिक रूप से उन पर कोई उंगली उठाई है. मैंने जब उनका बर्थ सर्टिफिकेट देखा तो उसमें जो नाम लिखा था उसका ही जिक्र किया है.
मेरी लड़ाई किसी परिवार के साथ नहीं नाइंसाफी के खिलाफ है
नवाब मलिक ने कहा कि मैंने समीर वानखेड़े और उनकी पहली पत्नी की फोटो शेयर की थी. उस समय लोगों ने मुझे पूछा था कि आपने तस्वीर सार्वजनिक क्यों की? मैं उन लोगों को बता दूं कि वो फोटो मुझे रात करीब 2 बजे मिली थी. फोटो के साथ एक मैसेज आया था कि तस्वीर को लोगों के सामने लाया जाए. समीर वानखेड़े की अभी जो पत्नी हैं उनके बारे में मैंने कभी भी कोई टिप्पणी नहीं की है. हमारी लड़ाई किसी परिवार से नहीं है. मेरी लड़ाई सीधी है और नाइंसाफी के खिलाफ है.
मुंबई की जेलों में 100 से अधिक लोग बेगुनाह बंद हैं
आज भी मुंबई की जेलों में 100 से अधिक लोग बेगुनाह बंद हैं, जिन्हें नाजायज तरीके से फंसाया गया है. स्पेशल 26 वाला एक खत हमने डीजे एनसीबी को लिखा था. हमसे कहा गया था कि एनसीबी इसकी जांच करेगी लेकिन बाद में सूत्र का नाम न बताए जानें पर इस जांच से एनसीबी के अधिकारी मुकर गए. सेंट्रल विजिलेंस कमेटी का एक आदेश है कि अगर कोई अपनी पहचान छुपाना चाहता है तो ऐसी शिकायत का कोई दखल लेने की जरूरत नहीं है. हमें लगता है कि यह बहुत गंभीर विषय है, जिसकी जांच करने की जरूरत है. ऐसे ही मामले में खारघर एक बच्चे और एक नाइजीरियन को पकड़ा गया था. बच्चे की उम्र कम थी, इसलिए उसे छोड़ दिया गया और नाइजीरियन को फर्जी केस में फर्जीवाड़ा करके जेल की सलाखों के पीछे रखा गया है. इस मामले में जो गवाह है उसने कहा है कि यह मामला पूरी तरीके से फर्जी है और उससे ब्लैंक पेपर पर साइन कराने का काम किया गया है.
दाढ़ी वाला काशिफ खान फैशन टीवी का इंडिया हेड है
नवाब मलिक ने कहा, दूसरी एक बात मैंने कही थी कि दाढ़ी वाला कौन है. मैं बता दूं कि दाढ़ी वाला काशिफ खान फैशन टीवी का इंडिया हेड है. देशभर में फैशन शो कराता है और फैशन शो में धड़ल्ले से ड्रग्स बेची जाती है. इस्तेमाल की जाती है. बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट चलाने का काम करता है. उस दिन क्रूज पर जो आयोजन हुआ था, उसमें से एक आयोजन काशिफ खान की तरफ से भी किया गया था. उसने ही सारे इनविटेशन सोशल मीडिया पर डाले थे और उस दिन वह व्यक्ति क्रूज पर डांस करते हुए भी दिखाई दिया था.
काशिफ खान के साथ समीर वानखेड़े के काफी अच्छे संबंध
नवाब मलिक ने कहा, ये दाढ़ी वाला फैशन के नाम पर देश-दुनिया में ड्रग्स का धंधा करता है. सेक्स रैकेट चलाता है और समीर वानखेड़े जी के उनसे अच्छे संबंध हैं. एक अधिकारी ने मुझे कहा कि कई बार हमने उनके ऊपर छापेमारी करने की कोशिश की लेकिन समीर वानखेड़े ने काशिफ खान पर कार्यवाही करने से लगातार हमें रोकने का काम किया. 3 दिन पहले मैंने सवाल उठाए थे इमानदार अफसर काशिफ खान को क्यों नहीं गिरफ्तार कर रहा है. क्या उसकी गिरफ्तारी से इनके राज खुलने वाले हैं. हमें लगता है इस पूरे केस में इतना दलदल है कि जितनी खोज की जा रही है उतने सारे मामले सामने आते जा रहे हैं.