हिंदुस्तानी भाऊ को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा, छात्रों को भड़काने का है आरोप
सोशल मीडिया इन्फलुएंसर विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ को शनिवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया. इस
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सोशल मीडिया इन्फलुएंसर विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ (Hindustani Bhau) को शनिवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया. इसके बाद अदालत (Court) ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया. विकास पाठक पर मंगलवार को छात्रों को प्रदर्शन के लिए उकसाने का आरोप है. विकास उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ के वकील महेश मुले ने बताया कि उन्होंन मजिस्ट्रेट के पास जमानत यचिका लगाई है. कोर्ट जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा. हालांकि तब तक विकास को जेल में ही रहना होगा. जनाकारी के अनुसार विकास पर आईपीसी की धारा 353, 332, 427, 109, 224, 143, 146, 147, 149 और दंगे भड़काने समेत आईपीसी की धारा 188, 269, 270 के तहत भी मामला दर्ज है.
जानकारी के अनुसार 31 जनवरी को मुंबई के धारावी समेत राज्य के अलग-अलग शहरों में 10वीं और 12वीं के सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए और ऑफलाइन परीक्षा का विरोध को लेकर सड़कों पर हंगामा किया. आरोप ये लगा की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ ने छात्रों को भड़काया और उकसाया.
मुंबई पुलिस ने किया था गिरफ्तार
इससे पहले मंगलवार को मुंबई पुलिस ने हिंदुस्तानी भाऊ को छात्रों को प्रदर्शन के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले जमानत के लिए हिंदुस्तानी भाऊ ने वकीलों से सलाह मशवरा किया. गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने इस पूरी घटना की जांच के आदेश दिए थे. मुंबई के धारावी में बीते सोमवार को स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया था. स्टूडेंट्स की मांग है कि कोविड-19 के संकट के बीच 10वीं और 12वीं की परीक्षा को ऑनलाइन करवाया जाए.
पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
महाराष्ट्र के कई इलाकों में सोमवार को 10 वीं और 12 वीं के छात्रों ने ऑनलाइन एग्जाम लेने की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे. इन विद्यार्थियों ने मुंबई की धारावी में स्थित स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड के बंगले का घेराव किया था. सैकड़ों की तादाद में जमा हुई छात्र-छात्राओं की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. रविवार को स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा था कि राज्य में 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा तय समय पर होगी और ऑफलाइन पद्धति से होगी. इस बात को लेकर विद्यार्थियों में आक्रोश है. विद्यार्थी परीक्षा का समय बढ़ाने और ऑनलाइन पद्धति से एग्जाम लेने की मांग कर रहे हैं.