BMC ने जारी की चेतावनी, कहा- मुंबई में कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा! 95% मरीजों के सैंपल में मिला ओमिक्रॉन

देश में कोरोना का नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के हजारों मामले सामने आए हैं. इस बीच बीते सोमवार को बृहन्मुंबई नगर निगम ने जानकारी देते हुए कहा है कि मुंबई में जीनोम सिक्वेंसिंग के नए मामलों में जांचे गए सैंपलों में से लगभग 95 प्रतिशत सैंपल ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए है.

Update: 2022-02-15 05:42 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में कोरोना का नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के हजारों मामले सामने आए हैं. इस बीच बीते सोमवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने जानकारी देते हुए कहा है कि मुंबई (Mumbai) में जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के नए मामलों में जांचे गए सैंपलों में से लगभग 95 प्रतिशत सैंपल ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए है. जोकि दिसंबर के अंत में कोरोनोवायरस महामारी की तीसरी लहर का कारण बना. ऐसे में BMC ने बताया कि कुल 190 सैंपलों में से 180 (94.74 प्रतिशत) ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए. वहीं, इन मामलों में डेल्ट वेरिएंट के तीन मामले और 6 दूसरे प्रकार के स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं. BMC ने ये भी बताया कि, मुंबई के 190 मरीज़ों में से 23 की मौत हो चुकी है जिनमें से 21 ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित थे.

वहीं, संक्रमण के नये मामलों में कमी आने के बावजूद बीएमसी ने सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर लोगों से कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है. ऐसे में तीन डेल्टा वैरिएंट (1.58 प्रतिशत) और 6 अन्य प्रकार के कोरोनावायरस (3.16 प्रतिशत) के स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए. BMC ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि शहर में जीनोम सिक्वेंसिंग के नौवें दौर के जांच परिणामों का हवाला देते हुए कहा.कि मुंबई के 190 मरीजों में से जिनकेनमूने जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए थे, उनमें से 23 की मौत हो चुकी है और उनमें से 21 ओमिक्रॉन से संक्रमित थे.
जानिए किस उम्र के लोग कोरोना के चपेट में
BMC के मुताबिक, जीनोम सिक्वेंसिंग के 9वें दौर में 282 सैंपल की जांच की गई थी. इनमें से 190 सैंपल मुंबई और बचे हुए प्रदेश के अन्य हिस्सों के थे. बीएमसी ने कहा कि 190 रोगियों में से 74 रोगी (39 प्रतिशत) 61 से 80 वर्ष के आयु वर्ग में थे. इसके बाद 41 से 60 साल में 41 मरीज (22 प्रतिशत) और 21 से 40 साल में 36 (19 प्रतिशत) थे. वहीं, 81 से 100 वर्ष में 22 रोगी (12 प्रतिशत) और 0 से 18 आयु वर्ग में 17 मरीज (9 प्रतिशत) थे. 190 संक्रमित मरीजों में से 13 की उम्र 18 साल से कम थी. विज्ञप्ति के अनुसार इनमें से 11 ओमिक्रॉन से संक्रमित थे. इस दौरान बीएमसी ने बताया कि, 190 मरीजों में से 106 को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी. वहीं, 23 मौतों में से 21 मरीजों की उम्र 60 से अधिक थी.
पिछले साल 2 दिसंबर को सामने आया था ओमिक्रॉन का पहला केस
बता दें कि पिछले साल देश में ओमिक्रॉन का पहला 2 दिसंबर को सामने आया था. वहीं, इसका प्रसार इतना तेज हो गया है यह सामुदायिक संक्रमण के स्तर पर पहुंच गया है. दुनियाभर में तेजी देखी जी रही है. हालांकि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट की वजह से जहां नए मामलों में तेजी आई है. वहीं, एक और सब स्ट्रेन का पता चला है जो साइलेंट अटैक कर रहा है. ओमिक्रॉन का ये सब स्ट्रेन इतना खतरनाक है कि RT-PCR टेस्ट में भी पकड़ में नहीं आ रहा. ओमिक्रॉन का ये उप स्वरूप (sub-strain) यूरोप में मिला है, जिसे स्टील्थ ओमिक्रॉन नाम दिया गया है. यूरोप में तेजी से फैल रहे इस सब सट्रेन को लेकर ब्रिटेन ने कहा कि 40 से अधिक देशों में ओमिक्रॉन के इस स्वरूप का पता चला है.
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