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Update: 2022-06-30 14:35 GMT

राजगढ़। मालव भूषण तप शिरोमणी आचार्यश्री नवरत्नसागर सूरीश्वरजी के पट्टधर युवाचार्यश्री विश्वरत्नसागर सूरीश्वरजी ने गुरुवार को मुंबई के भायंदर स्थित अग्रवाल मैदान पर आदि-व्याधि व शोक निवारक महामांगलिक का श्रवण कराया। दरअसल, आचार्यश्री का चातुर्मास मुंबई के गौरेगांव में होना है। इसके चलते आचार्यश्री भायंदर पहुंचे हैं। गुरुवार को आयोजक कोठारी परिवार ने आचार्यश्री की महामांगलिक का आयोजन करवाया। इसमें हजारों गुरुभक्त उपस्थित रहे। बड़ी बात यह रही कि वर्षा होने के बावजूद लोगों की आस्था नहीं डगमगाई। मालवा-निमाड़ से भी हजारों गुरुभक्त महामांगलिक श्रवण करने के लिए भायंदर पहुंचे थे।

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श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मेहता के नेतृत्व में आचार्यश्री की महामांगलिक श्रवण करने के लिए मालवा के इंदौर, उज्जैन, धार, राजगढ़ सहित कई अन्य जगह से हजारों की संख्या में भक्त भायंदर पहुंचे। मेहता ने बताया कि बरसते पानी में भी आचार्यश्री की महामांगलिक श्रवण करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिससे पंडाल छोटा पड़ गया। उधर, जैन शासन के इतिहास में पहली बार एक साथ एक मंच पर 36 संगीतकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियां देकर पूरे माहौल को भक्ति वातावरण में तब्दील कर दिया। मेहता ने बताया कि श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के महासचिव वीरेंद्र जैन व महाप्रबंधक अभय चौपड़ा के नेतृत्व में मालवा के हजारों गुरुभक्तों ने सहभागिता की। नवरत्न धाम के ट्रस्टी रमेश हरण भी उपस्थित थे।

महामंत्रों के उच्चारण से ऊर्जामय हुआ वातावरण
आचार्यश्री ने जैसे ही महामांगलिक का आरंभ करते हुए महामंत्रों का उच्चारण किया, समूचा पंडाल शांत नजर आया। वातावरण पूरी तरह से ऊर्जामय हो गया। इस अवसर पर मुनिश्री कीर्तिरत्न सागरजी, तीर्थरत्न सागरजी ने भी महामांगलिक श्रवण में आचार्यश्री का सहयोग किया। गुरु भक्तों ने महामांगलिक की विभिन्ना मुद्राओं में श्रवण कर खुद को धन्य महसूस किया।
संगीतकारों का हुआ बहुमान
आचार्यश्री की महामांगलिक में एक साथ 36 संगीतकारों की उपस्थित ने पूरे माहौल को भक्तिमय कर दिया। महामांगलिक के बाद इन सभी 36 संगीतकारों का बहुमान कोठारी परिवार द्वारा किया गया।
9 जुलाई को होगा चातुर्मासिक प्रवेश
श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मेहता ने बताया कि आचार्यश्री के मंगल प्रवेश को लेकर संपूर्ण जैन समाज में उत्साह है। मालवा सहित राजस्थान, निमाड़, मेवाड़, हड़ौदी, गुजरात, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाड़ू सहित देश के अन्य प्रदेशों में फैले गुरुदेव के भक्तों का सैलाब मुंबई के गौरेगांव में उमड़ेगा। स्मरणीय है कि युवाचार्यश्री विश्वत्नसागर सूरीश्वरजी देश के 22 राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं एवं अनेक जैन मंदिरों की प्रतिष्ठा व अंजनशलाका महोत्सव को संपन्ना कराते हुए मुंबई पहुंचे हैं। अब उनका विधिवत मंगल प्रवेश नौ जुलाई को श्रीसंघों की मौजूदगी में श्री चिंतामणि पार्शवनाथ श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ गौरेगांव द्वारा किया जाएगा।

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