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Update: 2022-05-27 14:33 GMT

बैतूल। नगर परिषद बैतूलबाजार के छह वार्डों में क्षतिग्रस्त सड़कों के डामरीकरण कार्य में गुणवत्ता को ताक पर रखने का मामला 'नवदुनिया' ने उजागर किया। इसे गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को नगर पालिका के कार्यपालन यंत्री महेशचंद्र अग्रवाल और सीएमओ अक्षत बुंदेला जांच करने के लिए मौके पर पहुंच गए। जांच में पाया गया कि गुणवत्ता का न तो ध्यान रखा जा रहा है और न ही तय मापदंड के अनुसार डामर बिछाया जा रहा है।

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सड़क पर बिछाए जा रहे डामर की जब मोटाई (थिकनेस) की नपाई की गई तो पाया गया कि तय मापदंड से बेहद कम थी। एक सड़क पर तो पहली लेयर ही नहीं बिछाई गई और सीधे दूसरी लेयर बिछा डाली। सीएमओ और कार्यपालन यंत्री ने ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाई और गुणवत्ता बरकरार रखने के निर्देश दिए। मोक्षधाम मार्ग पर गुरुवार को बिछाए गए डामर के जगह-जगह से उधड़ने के कारण उस पर दूसरी लेयर बिछाने के लिए ठेकेदार को कहा गया है।

35 मिमी के स्थान पर मिली 22 मिमी थिकनेस
बैतूलबाजार नगर परिषद के छह वार्डों में मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से सड़कों के डामरीकरण का कार्य 61 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है। गुणवत्ता का रत्ती भर भी ध्यान न रखने का मामला सामने आने के बाद जांच के लिए पहुंचे सीएमओ और ईई ने जब थिकनेस की जांच की तो पाया कि जो निर्धारित मापदंड 35 मिमी तय किया गया है उसके स्थान पर कहीं 22 तो कहीं पर 23 मिमी ही पाई गई। ईई ने अग्रवाल ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो मापदंड तय किए गए हैं उनके अनुसार ही कार्य किया जाए। इसके अलावा मौजूदा सड़क के गड्ढों को भी पहले मोटी गिट्टी से भरने और उसके बाद डामर बिछाने के लिए भी निर्देश दिए।
मौके पर नहीं मिला थर्मामीटर
61 लाख रुपये की लागत से शहर के छह वार्डों में ढाई किलोमीटर लंबाई की सड़कों का डामरीकरण कार्य भगवान भरोसे कैसे हो रहा है इसका नमूना जांच के लिए पहुंचे सीएमओ और ईई के सामने ही मिल गया। मौके पर जब बिछाने के लिए लाए जा रहे डामर का तापमान मापने के संबंध में नगर परिषद के उपयंत्री सुभाष शर्मा से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि थर्मामीटर ही नही है। इस पर सीएमओ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और अब तक मटेरियल का तापमान तक नहीं लिया जा सका है।
उन्होंने तत्काल ही उपयंत्री को तापमान मापने के लिए थर्मामीटर लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिस भी वाहन से मटेरियल लाया जा रहा है उसकी जानकारी संधारित की जाए और उसका तापमान लिया जाए। तय मापदंड के अनुसार तापमान न पाए जाने पर मटेरियल सड़क पर कतई न बिछाया जाए। दरअसल डामर की सडकों के निर्माण या सुधार के दौरान डामर मिक्स को 120 डिग्री तापमान पर बिछाने का नियम है। इस तापमान के नीचे मटेरियल पर रोलर नहीं चलाया जा सकता, इससे मजबूती नहीं आ पाती है।
लेबल तक नहीं मिलाया
नगर के मुख्य मार्ग पर दो दिन से डामरीकरण कार्य किया जा रहा है। इसके लिए ठेकेदार द्वारा सड़क के गड्ढों को ढंग से भरा तक नहीं जा रहा है। इतना ही नहीं कांक्रीट की सड़क में आई दरारों में भी मटेरियल ढंग से नहीं बिछाया जा रहा है और न ही रोलर ही अच्छे से चलाया जा रहा है। इसके चलते डामरीकरण के बाद भी सड़क के बीच में दरार नजर आ रही है और किनारों पर बिना रोलर किया डामर धंसक रहा है।
वर्जन
सड़कों के डामरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया है। गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर उपयंत्री और ठेकेदार को सख्त हिदायत दी गई है। जहां पर सुधार किया जा सकता है वहां पर दूसरी लेयर बिछाने के लिए कहा गया है। मटेरियल के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। गड़बड़ी पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
अक्षत बुंदेला, प्रभारी सीएमओ, नगर परिषद बैतूलबाजार
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